फर्जी रजिस्ट्री घोटाला में दोनों लिपिकों की जमानत खारिज, जेल भेजा
जागरण संवाददाता, मेरठ : फर्जी रजिस्ट्री घोटाले में फंसे दोनों लिपिकों को सिविल लाइन थाना पुलिस ने शु
जागरण संवाददाता, मेरठ : फर्जी रजिस्ट्री घोटाले में फंसे दोनों लिपिकों को सिविल लाइन थाना पुलिस ने शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया। कोर्ट ने आरोपित पक्ष की जमानत अर्जी खारिज कर दी। दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया। फरार महिला लिपिक की तलाश में भी पुलिस ने जाल बिछा दिया है।
एमडीए के संयुक्त सचिव अजय कुमार ने सेवानिवृत्त लिपिक तारा सिंह, लिपिक शिव गोपाल वाजपेयी व निलंबित लिपिक रजनी कनौजिया के विरुद्ध गुरुवार को मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है इन तीनों ने बाहरी व्यक्तियों व दलालों के साथ मिलकर लोहियानगर की उन आठ संपत्तियों की फर्जी रजिस्ट्री कर दी, जिनका आवंटन 16 साल पहले निरस्त कर दिया गया था। मूल आवंटियों की पत्रावली गायब कर दी गई और मूल आवंटी के स्थान पर फर्जी व्यक्तियों को पेश करके रजिस्ट्री करा दी गई। इसमें फर्जी हस्ताक्षर से लेकर फर्जी मोहर तक इस्तेमाल की गई। इसके बाद इन फर्जी व्यक्तियों ने भी किसी अन्य को संपत्ति बेच दी। इस मामले की शिकायत मिलने पर कमिश्नर डा. प्रभात कुमार के आदेश पर जांच हुई। पुलिस ने तारा सिंह व शिव गोपाल को गिरफ्तार कर लिया था। अदालत ने दोनों को जेल भेज दिया। सिविल लाइन थाना प्रभारी नीरज मलिक का कहना है कि रजनी की गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
डेढ़ दर्जन कर्मियों पर लटकी जेल की तलवार : एमडीए में फर्जी रजिस्ट्री घोटाले में जेल भेजे गए लिपिक शिव गोपाल वाजपेयी को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में अभी करीब डेढ़ दर्जन कर्मचारियों पर जेल जाने की तलवार लटक गई है।
गुरुवार को मुकदमा दर्ज होने के बाद एमडीए के लिपिक शिव गोपाल वाजपेयी, तारा चंद को गिरफ्तार कर लिया गया था। ताराचंद सेवानिवृत्त हैं और रजनी आठ माह पहले ही निलंबित चल रही हैं। अब शिव गोपाल को वीसी ने निलंबित कर दिया है। शुक्रवार को उन नौ फाइलों को भी दोबारा खोल दिया गया, जिनकी जांच पूरी हो चुकी है। ये भी संपत्ति अनुभाग की फाइल हैं, जो काफी दिनों से गायब हैं। इसमें लिप्त 18 लोगों पर जल्द कार्रवाई होगी और उन पर भी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होगा। इसके बाद उनका भी जेल जाना तय है।
एक्शन में वीसी, बोले भेजेंगे जेल : एमडीए वीसी साहब सिंह ने फर्जीवाड़े पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए बताया कि अब जैसे ही दोष सिद्ध होगा। संबंधित कर्मचारी को फौरन जेल भिजवाया जाएगा। गिरफ्तारी और मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई साथ कराई जाएगी। किसी भी भ्रष्ट तंत्र को एमडीए में पनपने नहीं दिया जाएगा। जिन-जिन फाइलों की जांच पूरी होती जाएगी, उस पर कार्रवाई तत्काल कराई जाएगी।
रजनी कनौजिया की बर्खास्तगी तय : निलंबित चल रही एमडीए की लिपिक रजनी कनौजिया का बर्खास्त होना तय है। एमडीए ने उसे बर्खास्तगी का नोटिस भेजा था। इसकी तिथि 28 जून को पूरी हो जाएगी। अब जब उसके खिलाफ फर्जीवाड़े की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। ऐसे में उसका बर्खास्त होना तय है।