Rupak Murder case: सभी अवशेष तलाशने में ली जाएगी एनडीआरएफ की मदद, शुरू होते ही बंद हुआ सर्च अभियान Meerut News
सभी अवशेष निकलने के बाद पोस्टमार्टम व डीएनए टेस्ट किया जाएगा। साथ ही एनडीआरएफ के मदद से रूपक के शरीर के और से हिस्सों को तलाशा जाएगा। फिर आगे की कार्रवाई होगी।
मेरठ, जेएनएन। रूपक के शव के अन्य अवशेष बरामद करने के लिए अब एनडीआरएफ की मदद ली जाएगी। सातवें दिन बुधवार को बारिश आने से मिट्टी की ढांग गिरने के खतरे को देखते हुए सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया। इसपर स्वजनों ने विरोध जताया। पुलिस का कहना है कि ढांग गिरने के खतरे को देखते हुए फिलहाल के लिए सर्च अभियान रोका गया है। हालाकि अभी तलाशी जारी रहेगी।
मिट्टी गिरने का है डर
कंकरखेड़ा के फाजलपुर से रूपक का अपहरण कर रोहटा के जिटोला गांव के जंगल में हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने उसके शव के टुकड़े-टुकड़े करके बोरवेल में डाल दिए थे। मंगलवार को भीम आर्मी व स्वजनों के हंगामे के बाद सर्च ऑपरेशन में गंभीरता आई थी। बोरवेल से अवशेष मिलने शुरू हो गए थे। सुबह फिर तलाश शुरू हुई। थोड़ी देर बाद ही बारिश के चलते अभियान रोक दिया गया। पोकलेन मशीन की मदद से खोदे गए गड्ढों को मिट्टी डालकर भरना शुरू कर दिया। स्वजनों ने इसका विरोध जताया। इंस्पेक्टर ने बताया कि मिट्टी की ढांग गिरने के खतरे को देखते हुए गड्ढे को फिलहाल भर दिया गया है।
एनडीआरएफ की ली जाएगी मदद
कंकरखेड़ा पुलिस व आला अफसर गाजियाबाद की एनडीआरएफ की टीम के संपर्क में हैं। सीओ जितेंद्र सरगम ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम से संपर्क किया गया है। जल्द टीम मौके पर पहुंचकर सर्च अभियान शुरू करेगी। उम्मीद है कि सभी अवशेष निकाल लिए जाएंगे। इसके बाद शव के पोस्टमार्टम के साथ उसका डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा।