मेरठ में बेकाबू रोडवेज बस ने बरपाया कहर, 12 वाहनों को मारी टक्कर- एक की मौत व 20 घायल
गुरुवार शाम नोएडा से मेरठ आ रही रोडवेज बस दिल्ली रोड पर बेकाबू हो गई। मेवला फ्लाइओवर से ईदगाह चौपला तक बस ने करीब 12 वाहनों को टक्कर मारी। इसके बाद ईदगाह चौपला पर रांग साइड जाकर रुकी। एक व्यापारी की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए।
मेरठ, जेएनएन। गुरुवार शाम नोएडा से मेरठ आ रही रोडवेज बस दिल्ली रोड पर बेकाबू हो गई। मेवला फ्लाइओवर से ईदगाह चौपला तक बस ने करीब 12 वाहनों को टक्कर मारी। इसके बाद ईदगाह चौपला पर रांग साइड जाकर रुकी। एक किशोरी समेत 20 लोग घायल हो गए जबकि एक की मौत हो गई। घायलों को केएमसी व जिला अस्पताल में भर्ती कराया। भीड़ ने चालक की पिटाई करने के बाद पुलिस को सौंपा।
नोएडा से रोडवेज की तेज रफ्तार बस भैंसाली बस स्टैंड पर जा रही थी। चालक के शराब के नशे में होने के कारण मेवला फ्लाइओवर पर बस का संतुलन बिगड़ गया। वहां से ईदगाह चौपला तक करीब तीन किमी के हिस्से में बस ने आटो, स्कूटी, बाइक आदि 12 वाहनों को टक्कर मारी। वाहनों पर सवार कुछ लोग तो बस के साथ काफी दूर तक घिसटते चले गए। सड़क पर अफरातफरी मच गई। ईदगाह चौपला पर सामने वाहन खड़े होने के कारण चालक ने बस को रांग साइड काट दिया। डिवाइडर में टकराकर बस रुक गई। लोगों ने बस के चालक बजरंग सिंह निवासी बेहड़ी, सहारनपुर की पिटाई कर दी। बस में भी तोड़फोड़ की गई। यदि पुलिस देरी से पहुंचती तो आक्रोशित भीड़ बस को आग लगा देती। पुलिस ने चालक को भीड़ से छुड़ाकर बस को कब्जे में लिया। चालक को पुलिस ब्रrापुरी थाने ले गई। बस चालक बजरंग का कहना है कि नोएडा से मेरठ आए सभी यात्री बागपत बस स्टैंड पर उतर गए थे। इसके बाद बस को मोड़ते समय हादसा हुआ है। वहीं, इंस्पेक्टर सुभाष अत्री का कहना है कि करीब 20 लोग घायल और कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि बेकरी व्यापारी नीरज अग्रवाल सरस्वती लोक ब्रह्मपुरी की मौत हो गई है। घायलों की तरफ से मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
ये हुए घायल
पूर्वा फय्याज अली के आटो चालक फरमान, नई बस्ती के साइकिल सवार हृदयराम, सरस्वती लोक के बाइक सवार नीरज, सिवाल निवासी हकदार, रविंद्र कुमार, आयुष, गोला कुआं की स्कूटी सवार आलिया समेत 20 लोग घायल हुए। घायलों के स्वजन भी अस्पताल पहुंच गए।
एक घंटे तक दिल्ली रोड पर अफरा-तफरी
हादसे के चलते दिल्ली रोड पर एक घंटे तक अफरातफरी मची रही। फुटबाल चौक और मेट्रो प्लाजा के सामने वाहनों की ज्यादा भीड़ नहीं थी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।