नालों का जाल, जलनिकासी बदहाल
मेरठ जेएनएन पुराने शहर के छतरी पीर वाली सड़क के हालात दयनीय हैं। मेरठ
मेरठ, जेएनएन: पुराने शहर के छतरी पीर वाली सड़क के हालात दयनीय हैं। जरा सी बरसात से ही यह सड़क जलमग्न हो जाती है। छतरी पीर तिराहे से खैरनगर चौराहे तक लोग घुटनों तक भरे पानी से गुजरने को मजबूर हैं। यह एक-दो दिन की नहीं पूरे साल की समस्या है।
दिल्ली रोड की तरफ रहने वाले लोग छतरी पीर वाली सड़क से खैर नगर चौराहे होते हुए कचहरी, स्पोर्ट्स बाजार, सिविल लाइंस स्थित सरकारी कार्यालयों, मेडिकल कॉलेज की ओर जाते हैं। शहर के इस प्रमुख मार्ग की जलनिकासी के लिए नालों का जाल बिछा हुआ है। एक ओर पीएल शर्मा जिला अस्पताल से सटा नाला है तो दूसरी ओर फिल्मिस्तान नाला। आगे बच्चा पार्क वाला नाला है। छतरी पीर वाली सड़क के दोनों पटरी पर भी नाले हैं। इसके बावजूद जरा सी बारिश में यह सड़क जलमग्न हो जाती है। जलनिकासी के सभी विकल्प चौक हैं।
कारण जो नहीं दिखते निगम को
-छतरी पीर वाली सड़क पर दोनों छोर के नालों पर अतिक्रमण है। इससे ये नाले चोक हैं।
-फिल्मिस्तान नाले से छतरी पीर सड़क की जलनिकासी का रास्ता संकरा हो गया है।
-खैरनगर की पुलिया संकरी है। काफी नीचे है। इससे फिल्मिस्तान नाले तक पानी नहीं पहुंचता है।
वर्जन:--
-शहर में जलभराव का सबसे बड़ा कारण नालों पर अतिक्रमण है। नाले कहीं चौड़े हैं तो कहीं पर संकरे हो गए हैं। स्थितियों को चिह्नित कर लिया गया है। अतिक्रमण तोड़े जाएंगें। यह कार्रवाई बड़े पैमाने पर होगी। नालों का जो स्वरूप है। उसे बरकरार किया जाएगा।
-डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया, नगर आयुक्त।
लगातार बारिश से तरबतर हुआ जनजीवन
मेरठ : जनपद इस बार मानसून से तरबतर है। मंगलवार को सुबह सात बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक लगातार 61.6 एमएम बारिश से जनजीवन खिल उठा। कई वर्षो बाद रिमझिम बारिश का लगातार जारी रहने वाला सिलसिला देखने को मिल रहा है। वर्षा थमने के बाद सूर्य देव के दर्शन भी हुए लेकिन गर्मी पूरी तरह काफूर रही।
इसके पहले सोमवार को भीषण उमस भरी गर्मी लोगों को झेलनी पड़ी थी। मंगलवार सुबह से काले मटमैली बादलों ने आसमान को ढक रखा था। मौसम विभाग ने सुबह 7 बजे से डेढ़ घंटे की अवधि में 41 एमएम बारिश दर्ज की। मूसलाधार बारिश से स्कूली बच्चों को भीगते हुए जाना पड़ा। हालांकि छुट्टी के दौरान मौसम साफ हो गया था। इस बीच रिमझिम बारि जारी रही। हालांकि तीव्रता कम होने के कारण पांच घंटे में केवल 20.6 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। प्रगतिशील किसान नंद किशोर ने बताया कि यह बारिश फसलों के लिए सोने के समान है। यह पानी धीरे धीरे रिस कर पौधों की जड़ों तक और भू गर्भ तक पहुंचता है। इसलिए ऐसी बारिश कृषि के लिहाज से रामबाण है। अधिकतम तापमान सामान्य पांच डिग्री कम 27.4 डिग्री रिकार्ड किया गया। बुधवार को भी बारिश होने के आसार हैं।
निरस्त रहेगी बांद्रा एक्सप्रेस
पश्चिम रेलवे क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के कारण ट्रैक पर पानी भर गया है। इसके कारण आठ अगस्त से आरंभ होने वाली बांद्रा देहरादून एक्सप्रेस 19019 अग्रिम सूचना तक निरस्त रहेगी।
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