टिकट को लेकर रालोद किसान मोर्चा की बैठक में उठे बगावती सुर, उधम सिंह ने दी ये चेतावनी
UP Chunav 2022 रालोद किसान मोर्चा की बैठक में बगावती सुर उठे हैं। पदाधिकारियों ने कहा कि लड़ाई हमने लड़ी और टिकट कोई और ले गया। चेतावनी दी यदि प्रत्याशियों की तरफ से कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं दिया गया तो वह आगे सोचने पर मजबूर होंगे।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। रालोद-सपा गठबंधन में टिकट बंटवारे को लेकर उठा बवंडर थम नहीं रहा है। रालोद किसान मोर्चा की बैठक में इस मसले को लेकर बगावती सुर उठे हैं। पदाधिकारियों ने कहा कि लड़ाई हमने लड़ी और टिकट कोई और ले गया। चेतावनी दी, यदि प्रत्याशियों की तरफ से कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं दिया गया तो वह आगे सोचने पर मजबूर होंगे।
रालोद-सपा गठबंधन में टिकट के वितरण को लेकर शहर से देहात तक प्रत्याशियों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन हो रहे हैं। शुक्रवार को मीरापुर दलपत में रालोद किसान मोर्चा के पश्चिम उप्र अध्यक्ष चौ. उधम सिंह के आवास पर हुई बैठक में सहारनपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर के जिला अध्यक्षों समेत कार्यकर्ता भी रहे। उधम सिंह ने कहा कि पार्टी ने रालोद कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर सपा के लोगों को टिकट दिए हैं। इससे कार्यकर्ता खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। घोषित प्रत्याशी किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं से संपर्क तक नहीं कर रहे। प्रत्याशियों का यही रवैया रहा तो जिले से केवल राजपाल बालियान की बुढ़ाना सीट ही गठबंधन को मिल पाएगी। रालोद के सिंबल पर मुजफ्फरनगर, मेरठ व अन्य जिलों में सपा के लोगों को चुनाव लड़ाने का भी विरोध किया।
उन्होंने चेतावनी दी, यदि मोर्चा के लोगों को सम्मान नहीं दिया गया तो वे बगावत करने पर मजबूर होंगे। इसके लिए उन्होंने दो दिन का समय दिया।
इस दौरान मेरठ जिले के अध्यक्ष मौजुद्दीन, सहारनपुर जिलाध्यक्ष अरशद, शामली के चौधरी अनवर के अलावा देवेंद्र मलिक, चौधरी अरशद, शौकीन, आशु नोडियाल, ऋषिपाल कोरी, सतेंद्र तोमर, शहादीन, इस्लाम आदि पदाधिकारी मौजूद रहे। अध्यक्षता असद हैदर ने तथा संचालन देवेंद्र मलिक ने किया।
रालोद महासचिव ने की मान मनौव्वल
रालोद पश्चिम प्रदेश के महासचिव धर्मेंद्र तोमर को बैठक की भनक लगी तो वह गांव में पहुंचे। उन्होंने किसान मोर्चा के लोगों को समझाने की कोशिश की। कहा कि रालोद के सिंबल पर चुनाव लड़ने वाला व्यक्ति रालोद का नेता है। उसे जिताना हमारी जिम्मेदारी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. जयंत सिंह ने जातीय समीकरण बैठाकर ही टिकट दिए हैं। आने वाला समय गठबंधन का है। मोर्चा के अध्यक्ष चौधरी उधम सिंह धर्मेंद्र तोमर की इस बात से सहमत नहीं दिखे।