सीआरपीएफ की विशेष इकाई को आरएफएफ सिखाएगी दंगा नियंत्रण
वेदव्यासपुरी स्थित आरएएफ की एकेडमी ऑफ पब्लिक आर्डर (रेपो) केंद्रीय रिजर्व पुलिस को दंगा नियंत्रण का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जेएनएन, मेरठ। वेदव्यासपुरी स्थित आरएएफ की एकेडमी ऑफ पब्लिक आर्डर (रेपो) केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के पार्लियामेट ड्यूटी ग्रुप (पीडीजी) को दंगा नियंत्रण का प्रशिक्षण देगी। पंद्रह दिवसीय कार्यक्रम में रेपो, पीडीजी के अश्रु गैस प्लाटून को ऑनलाइन व ऑफलाइन प्रशिक्षण प्रदान करेगी।
मंगलवार को रेपो के उपमहानिरीक्षक संजीव ढुंढिया ने रेपो सभागार में ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की। कमांडेट रेपो अखिलेश कुमार सिंह ने पीडीजीकर्मियों को बताया कि उन्हें अश्रु गैस का इस्तेमाल करते हुए दंगा नियंत्रित करने के सभी पहलुओं की जानकारी दी जाएगी। पीडीजी के कर्मचारियों व अफसरों को भीड़ नियंत्रण, जनता के प्रति व्यवहार, सांप्रदायिक प्रभाव, फायर फाइटिंग तकनीक, गैरघातक हथियारों का प्रयोग व नए उपकरणों आदि की जानकारी देंगे। रेपो, पीडीजीकर्मियों को ऑनलाइन थ्योरी का प्रशिक्षण देगा, जबकि दिल्ली स्थित पीडीजी कैंप में उन्हें उपकरणों के साथ अभ्यास कराया जाएगा। इसके लिए रेपो से पांच प्रशिक्षक दिल्ली भेजे गए है। विवाहिता की मौत पर ससुरालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
जेएनएन, मेरठ। पुलिस ने खानपुर गांव में डेढ़ माह पूर्व हुई एक महिला की मौत के मामले में कोर्ट के आदेश पर पति सहित ससुराल पक्ष के 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
खानपुर गांव निवासी शबाना की डेढ़ माह पूर्व संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। उस समय तो परिजनों ने शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया था। लेकिन बाद में मायके पक्ष ने ससुराल पक्ष पर दहेज के लिए शबाना की हत्या किये जाने का आरोप लगाया था। अधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने शव को कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। मंगलवार को पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर पति गुलफाम, सास बीना, ससुर कल्लू, जेठ सोनू, गुलजार, देवर इरशाद सहित 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।