मंत्री जी! आइए..कूड़े से पटे शहर को आपका इंतजार है
बात स्वच्छ भारत की हो रही है, लेकिन मेरठ शहर कूड़े से अटा पड़ा है। नालों में बजबजा रहे कूड़े की दुर्गध से शहर की आबोहवा प्रदूषित है। सड़कों के किनारे अवैध कूड़ा डंपिंग हो रही है।
मेरठ। बात स्वच्छ भारत की हो रही है, लेकिन मेरठ शहर कूड़े से अटा पड़ा है। नालों में बजबजा रहे कूड़े की दुर्गध से शहर की आबोहवा प्रदूषित है। सड़कों के किनारे अवैध कूड़ा डंपिंग हो रही है। जलनिकासी तो पहले से चरमराई है। क्लीन मेरठ ग्रीन मेरठ का सपना भले सरकार ने पाल रखे हों लेकिन स्थितियां ऐसी हैं कि स्वच्छता की रैंकिंग में बेहतर परिणाम की उम्मीद करना अभी बेमानी है। नगर विकास मंत्री जी! आइए..कूड़े से पटे शहर में आपका इंतजार है। एक उम्मीद भी..कि आपकी मौजूदगी से शायद स्वच्छता मिशन की रफ्तार धरातल पर मूर्त रूप ले सके।
सोमवार को निकलने वाली विशेष स्वच्छता रैली के लिए नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना का मेरठ आगमन हो रहा है। भले ही शहर कूड़े से अटा पड़ा हो, लेकिन उनके आगमन को लेकर रविवार को रैली के निर्धारित रूटों को चमकाने में नगर निगम ने कोई कसर नहीं छोड़ी। सर्किट हाउस से जिमखाना मैदान, हापुड़ अड्डे से जिमखाना मैदान और जैन नगर चौराहा से जिमखाना मैदान तक डिवाइडरों में रंग-रोगन करने में कर्मचारी पूरे दिन जुटे रहे। प्रशासन भी अलर्ट पर रहा। रविवार को देर रात तक कमिश्नरी के चारों ओर सड़क निर्माण का कार्य युद्धस्तर पर चलता रहा। वहीं शहर के प्रमुख चौराहों पर भी रंग-रोगन कि या गया। नगर विकास मंत्री के स्वागत को लेकर जिस तरह की तत्परता जिला प्रशासन से लेकर नगर निगम ने दिखाई है वैसे ही तत्परता अन्य दिनों में अफसर दिखाते तो शहरवासी कूड़े की गंदगी से परेशान नहीं होते। अफसरों की उदासीनता का आलम ये है कि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की गाड़ियां अभी रफ्तार नहीं भर पा रही हैं। 90 वार्डो के शहर में कम से कम 40 वार्डो को कूड़ा गाड़ी घर-घर पहुंचने का इंतजार है। जुलाई माह में कूड़े से अटे नाले और चोक नालियां जलभराव का कारण बनी थी। उनकी स्थिति भी जस की तस ही बनी है। शहर के बड़े आबूलेन नाला और ओडियन नाला कूड़ा अड्डा बनते जा रहे हैं। इससे उनका जलप्रवाह भी स्थिर होता जा रहा है। ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त पड़ा है। खुले नाले बड़ी समस्या हैं। गांवड़ी में कूड़ा निस्तारण योजना की रफ्तार भी सुस्त पड़ी है। जिससे शहर की सड़कों के किनारे खाली पड़े प्लाटों में अस्थायी कूड़ा घर बनते जा रहे हैं। नगर निगम अतंर्गत कई सड़कें जर्जर हैं। निर्माण की वाट जोह रही हैं। आवारा पशुओं का सड़कों पर जमावड़ा है। जिससे दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं। कई कालोनियों में नालियां ऊंचाई पर हैं और सड़के नीचे। जलनिकासी को लेकर क्षेत्रवासियों की गुहार अनसुनी की जा रही है। डिफेंस कालोनी सहित कई कालोनियां सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़े जाने की राह देख रही हैं। विक्टोरिया पार्क का साइकिल ट्रैक अंधेरे में हैं। पार्को में देखरेख का अभाव है। शहर से डेयरियों को बाहर करने की बात नगर निगम के अधिकारी करते तो हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। पॉलीथिन व थर्माक ोल पर प्रतिबंध है। पर शहर में धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है। मेरठ स्मार्ट सिटी की दौड़ से पहले ही बाहर है। सौ स्वच्छ शहरों की सूची में भी जगह नहीं बना सका।
संसाधनों की कमी
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन शुरू तो हो गया लेकिन संसाधनों की कमी बाधा बनी है। नगर निगम 50 वार्डो से कूड़ा कलेक्शन का दावा करता है। पर सभी 90 वार्डो से कूड़ा कलेक्शन के लिए चालकों का इंतजाम नहीं हो सका है। जिससे योजना पर पानी फिर रहा है।
कालोनी तैयार, पर हैंडओवर नहीं
शहर में एक दर्जन से अधिक प्राइवेट कालोनी और एमडीए की छह कालोनी तैयार हैं। लेकिन नगर निगम इनको अपने अधीन नहीं ले रहा है। शास्त्री नगर, मेजर ध्यानचंद, रक्षापुरम् सहित अन्य कालोनियों के लोग परेशान हैं। मूलभूत सुविधाओं के लिए गुहार लगा रहे हैं।
कर्मचारियों की भी सुनिए..
नगर निगम के दो हजार के अधिक आउटसोर्सिग सफाई कर्मी लंबे समय से संविदा में करने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए समय-समय पर धरना-प्रदर्शन भी करते हैं। लेकिन इनकी समस्या का हल अभी तक नहीं हो सका है।
कई बड़े पद देख रहे हैं भरने की राह
बात पर्यावरण सुधार की हो रही है, लेकिन नगर निगम में पर्यावरण अभियंता का स्वीकृति पद रिक्त पड़ा है। इसी तरह सहायक नगर आयुक्त का पद भी खाली है। इसके अलावा भी कई पद हैं। जिनको भरने की नितांत जरूरत है। अधिकारियों और कर्मचारियों की कमी नगर विकास में रोड़ा बनी हुई है।
विशेष स्वच्छता रैली को हरी झंडी दिखाएंगे नगर विकास मंत्री
जिले में स्वच्छता के प्रति जागरुक करने और विश्व शौचालय दिवस पर विशेष स्वच्छता रैली का आयोजन किया जा रहा है। शहर के तीन स्थानों से इस रैली का आयोजन किया जाएगा। जिसके मुख्य अतिथि प्रदेश के नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार खन्ना होंगे। सोमवार दोपहर एक बजे सर्किट हाउस पहुचेंगे। इसके बाद विशेष स्वच्छता रैली को हरी झंडी दिखाकर जिमखाना मैदान के लिए रवाना करेंगे। इस स्वच्छता रैली में स्वच्छता से जुड़े स्लोगन होंगे। सर्किट हाउस से जिमखाना मैदान, हापुड़ अड्डे से जिमखाना मैदान और जैन नगर चौराहा से जिमखाना मैदान तक तीन रूट निर्धारित किए गए हैं।