मेडिकल कॉलेज में बंदरों के सैंपल छीनने की रिपोर्ट शासन तक पहुंची,अब बंद डिब्बे में भेजेंगे सैंपल Meerut News
मेडिकल कालेज में कोरोना मरीजों के ब्लड सैंपल बंदरों ने छीना जिसकी वीडियो वायरल होने पर प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच रिपोर्ट प्रदेश सरकार को भेजा दिया।
मेरठ, जेएनएन। मेडिकल कालेज में कोरोना मरीजों के ब्लड सैंपल बंदरों ने छीना, जिसकी वीडियो वायरल होने पर प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच रिपोर्ट प्रदेश सरकार को भेजा दिया। शुक्रवार रात में डीएम के निर्देश पर एडीएम सिटी अजय तिवारी ने टीम के साथ मेडिकल कालेज पहुंचकर बंद लिफाफों में बयान ले लिया था, जिसकी रिपोर्ट शासन को मेल कर दी गई। उधर, मेडिकल प्रशासन ने कोरोना वार्ड से केंद्रीय जांच लैब तक सैंपल ले जाने के लिए बंद डिब्बे का प्रयोग करने के लिए कहा है। बता दें कि कोरोना मरीज के संपर्क में आए दास्तानों को चबाने से बंदरों में संक्रमण का खतरा पैदा हो गया है।
प्रदेशभर में हड़कंप मच गया था
मेडिकल प्रशासन ने बताया कि 26 मई को बंदरों ने लैब टेक्नीशियन से कोरोना मरीजों का ब्लड सैंपल छीन लिया था। इस पर स्टाफ ने वीडियो बनाकर दो दिन बाद वायरल कर दिया, जिससे प्रदेशभर में हड़कंप मच गया। शुक्रवार को जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने एडीएम सिटी व सीओ को जांच के लिए भेजा। उन्होंने लैब टेक्नीशियन से बंद लिफाफे में बयान लिया। स्टाफ ने वीडियो बनाने की बात कबूल की, जिसमें एक बंद कोरोना मरीज का ब्लड सैंपल चबाते हुए नजर आ रहा है। जांच टीम ने कई सवाल पूछे।
टीम ने जांच पड़ताल की
लैब टेक्नीशियन से पूछताछ के दौरान मेडिकल प्राचार्य डा. एसके गर्ग, एसआइसी डा. धीरज राज एवं कोविड वार्ड के प्रभारी डा. सुधीर राठी चुप रहे, और प्रशासन की टीम ने ही जांच पड़ताल की। प्रशासनिक अधिकारियों ने माना कि बंदरों द्वारा सैंपलों को छीनने की रिपोर्ट पर उन्हें मुख्यमंत्री से वीडियोकांफ्रेंसिंग में फटकार मिलने की आशंका थी, किंतु सीएम योगी ने इस विषय को नहीं छुआ, और अधिकारी बाल बाल बच गए।