भुजंगासन का नियमित अभ्यास ठंड में हृदय व अस्थमा रोगियों के लाभकारी
निरोगी जीवन जीने की पद्धति योग है। यह शरीर को मौसमी बीमारियों के साथ अन्य रोगों से भी दूर रखता है। इस समय ठंड के साथ कोरोना संक्रमण की मार के बीच अस्थमा-हृदय रोगी व कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए नियमित योग करना लाभकारी हो सकता है।
मेरठ, जेएनएन। निरोगी जीवन जीने की पद्धति योग है। यह शरीर को मौसमी बीमारियों के साथ अन्य रोगों से भी दूर रखता है। इस समय ठंड के साथ कोरोना संक्रमण की मार के बीच अस्थमा-हृदय रोगी व कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए नियमित योग करना लाभकारी हो सकता है।
यह कहना है सीसीएसयू की योग शिक्षिका ईशा पटेल का। उन्होंने बताया कि इन दिनों सर्दी के कारण लोग खुले स्थानों की जगह घर में ही हवादार कमरों के अंदर योग करें। योग के लिए सुबह का समय सबसे अच्छा होता है, नाश्ता करने के पहले योग अभ्यास करना चाहिए। सर्दी में शरीर में रक्त का संचार मंद होने लगता है, ऐसे में योग व प्राणायाम उपयोगी होगा। अस्थमा व हृदय रोगियों को भुजंगासन का अभ्यास लाभ देगा। इस आसन को कोबरा पोज भी कहते हैं। इसे करने के लिए सबसे पहले समतल जमीन पर पेट के बल लेट जाएं और इसके बाद पुश अप की मुद्रा में आकर शरीर के अगले हिस्से को उठाएं। अब अपने धड़ को आगे की दिशा में कुछ देर तक उठाकर रखें। कुछ देर तक इस मुद्रा में अपनी शारीरिक क्षमता अनुसार रहें। इसे रोजाना दस बार जरूर करें। इसके अलावा शरीर को गर्म रखने के लिे कपालभाति प्रणायाम का नियमित अभ्यास करना चाहिए। इसके करने से जठराग्नि भी सक्रिय होती है।
छात्राओं ने नैतिक मतदान पर सुनाई कविता
मेरठ: कनोहरलाल पीजी कालेज में बुधवार को स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत इस माह की कार्ययोजना के तहत नैतिक मतदान विषय पर कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें साक्षी प्रथम, श्रुति जैन दूसरे और अंजली तीसरे स्थान पर रही। प्राचार्य डा. अलका चौधरी ने सभी छात्राओं की कविता सुनी और उनकी प्रशंसा की। इस दौरान नोडल अधिकारी सिद्धि गुप्ता और सोनिका नागर भी उपस्थित रहीं।