हाशिए पर दिखे रवींद्र भड़ाना, मंच पर नहीं मिली जगह
लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा ने भले ही ताल ठोंक दिया है, किंतु अंदरखाने पार्टी में असंतोष भी सुलग रहा है। लोकसभा टिकट को लेकर दिग्गजों के बीच घमासान का असर साफ नजर आने लगा है। महानगर एवं जिला इकाई में बढ़ती दूरियां भी इस तरफ इशारा कर रही हैं। कमल बाइक संदेश रैली के बाद एक बार फिर जिलाध्यक्ष रवींद्र भड़ाना कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना के कार्यक्रम में हाशिए पर रह गए।
मेरठ। लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा ने भले ही ताल ठोंक दिया है, किंतु अंदरखाने पार्टी में असंतोष भी सुलग रहा है। लोकसभा टिकट को लेकर दिग्गजों के बीच घमासान का असर साफ नजर आने लगा है। महानगर एवं जिला इकाई में बढ़ती दूरियां भी इस तरफ इशारा कर रही हैं। कमल बाइक संदेश रैली के बाद एक बार फिर जिलाध्यक्ष रवींद्र भड़ाना कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना के कार्यक्रम में हाशिए पर रह गए।
नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना के साथ सर्किट हाउस से जीप में तमाम दिग्गज खड़े नजर आए, जबकि यहां जिलाध्यक्ष रवींद्र भड़ाना को स्थान नहीं मिला। जीमखाना मैदान में आयोजित कार्यक्रम में भी उन्हें मंच पर जगह नहीं मिली और उन्हें दर्शक दीर्घा में बैठना पड़ा। काफी देर बाद उन्हें मंच से बुलाने की औपचारिकता निभाई गई तो नाराज भड़ाना ने मना कर दिया। इससे पहले कमल संदेश बाइक रैली पर भी राष्ट्रोदय चौक में लगे मंच पर भड़ाना को नहीं बुलाया गया था। उधर, अभी नई महानगर एवं जिला इकाई का गठन होना है, ऐसे में बढ़ते खींचतान से इस पर असर पड़ सकता है। इस विषय पर जिलाध्यक्ष रवींद्र भड़ाना ने सीधे तौर पर तो कुछ नहीं कहा, किंतु हाशिए पर रखने का दर्द उनकी जुबान पर जरूर छलका। उधर, महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल का कहना है कि सभी कार्यकर्ता लोकसभा चुनावों में पार्टी की जीत के लिए एक साथ काम कर रहे हैं।
सफाईकर्मियों ने दिखाई मंत्री को झाड़ू, गाड़ी रोकी : नगर विकास मंत्री जैसे ही सर्किट हाउस से रैली शुरू करने लगे, उनकी गाड़ी को निगम के आउटसोर्सिग सफाई कर्मियों ने रोक लिया। महिला कर्मियों ने विरोध स्वरूप उन्हें झाड़ू दिखाई। ज्ञापन सौंपकर संविदा बहाली और वेतन वृद्धि की मांग की। मंत्री ने उन्हें आश्वासन देकर शांत किया।
इससे पहले सफाई कर्मचारी नेता कैलाश चंदौला के नेतृत्व में कर्मचारियों ने भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के माध्यम से अपना ज्ञापन सौंपा। उन्होंने संविदा बहाली, आउटसोर्सिग कर्मियों का वेतन बढ़ाने, नगर निगम में मानक के मुताबिक सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाने तथा मेरठ जनपद का नाम बदलकर वाल्मीकि नगर रखने की मांग की। सभास्थल पर राजू धवन के नेतृत्व में सफाई कर्मियों ने अपनी मांगे रखीं।