Rapid Rail In Meerut: पावर ग्रिड से मिलेगी बिजली, रिसीविंग स्टेशन रैपिड रेल चलाने को 25 और 33 केवी में बदल देंगे
Rapid Rail In Meerut रैपिड रेल चलाने के लिए उसके अपने बिजली घर होंगे। इन्हें सीधे पावर ग्रिड से बिजली मिलेगी। दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ आरआरटीएस के पूरे कोरिडोर में विद्युत आपूर्ति के लिए एनसीआरटीसी पांच रिसीविंग सब स्टेशन (आरएसएस) तैयार कर रहा है।
मेरठ, जेएनएन। रैपिड रेल चलाने के लिए उसके अपने बिजली घर होंगे। इन्हें सीधे पावर ग्रिड से बिजली मिलेगी। दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ आरआरटीएस के पूरे कोरिडोर में विद्युत आपूर्ति के लिए एनसीआरटीसी पांच रिसीविंग सब स्टेशन (आरएसएस) तैयार कर रहा है। मेरठ में एक स्टेशन शताब्दी नगर में भी बनेगा। इसी तरह से मुरादनगर और साहिबाबाद के पास भी बन रहे हैं। दो अन्य स्थानों पर ऐसे ही रिसीविंग स्टेशन बनेंगे। दिसंबर 2022 या फिर मार्च 2023 से साहिबाबाद-दुहाई के बीच रेल चला देने का लक्ष्य है। इसलिए इस हिस्से पर कार्य तेजी से हो रहा है। इसके लिए गाज़ियाबाद में आरएसएस (रिसिविंग सब स्टेशन) का निर्माण किया जा रहा है।
इसे यूपीपीटीसीएल (उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड) के ग्रिड से विद्युत ली जाएगी। आरएसएस ट्रान्सफार्मर की मदद से इसे 25 केवी और 33 केवी की क्षमता में बदल देगा। 25 केवी से आरआरटीएस ट्रेन और 33 केवी से स्टेशन को आपूर्ति दी जाएगी।
2025 तक पूरे कोरिडोर पर चलेगी रैपिड रेल
82 किलोमीटर लंबे दिल्ली गाजियाबाद मेरठ रीजनल रैपिड कॉरिडोर पर 2025 से रेल चलाने की तैयारी है इसी लक्ष्य को लेकर पूरे कॉरिडोर पर दिन-रात कार्य जारी है फिलहाल पहले साहिबाबाद से दुबई के बीच ट्रेन चलेगी उसके बाद में दुहाई से आगे ट्रेन को बढ़ाकर मेरठ की तरफ लाया जाएगा। 2024 में मेरठ तक ट्रेन चलने लगेगी। मेरठ में 2024 से ट्रेन शताब्दी नगर स्टेशन यानी दैनिक जागरण चौराहे के सामने तक आने लगेगी। उसके बाद जब शहर के भूमिगत स्टेशनों का कार्य हो जाएगा तब ट्रेन का संचालन मोदीपुरम तक होने लगेगा। इसी तरह से आनंद विहार में भी भूमिगत स्टेशन का कार्य पूरा हो जाएगा तब सराय काले खां तक भी ट्रेन का संचालन होने लगेगा। यानी दोनों तरफ भूमिगत स्टेशन की वजह से ही सराय काले खां से लेकर मोदीपुरम तक ट्रेन का संचालन 2025 से शुरू होगा।