Rapid Rail : शहर की सीमा पर छह स्टेशनों की भूमि के लिए रास्ता हुआ साफ Meerut News
Rapid Rail का काम इनदिनों तेजी से चल रहा है। मेरठ शहर में रैपिड रेल के कुल छह स्टेशन बनाये जाने हैं। इनके बाद दौराला के पास डिपो बनाया जाएगा।
मेरठ, जेएनएन। Rapid Rail रैपिड रेल के मेरठ शहर की सीमा में कुल छह स्टेशन बनाये जाने हैं। जबकि दौराला नगर पंचायत क्षेत्र में इसका डिपो बनाया जाएगा। सभी स्टेशनों के लिए जमीन देने के लिए भू-स्वामियों ने सहमति दे दी है। लेकिन डिपो की जमीन के लिये अभी किसानों के साथ रेट की सहमति नहीं बन सकी है। केंद्र और प्रदेश सरकार के संयुक्त प्रयास से मेरठ से दिल्ली के बीच चलने वाली रैपिड रेल के विभिन्न चरणों का कार्य शुरू हो गया है। दिल्ली से गाजियाबाद तक रैपिड को धरातल पर उतारने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
कुछ छह स्टेशन हैं प्रस्तावित
मेरठ की बात करें तो यहां अभी जमीन की व्यवस्था करने में एनसीआर ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन और जिला प्रशासन जुटा है। मेरठ शहर में रैपिड रेल के कुल छह स्टेशन बनाये जाने हैं। इनके बाद दौराला के पास डिपो बनाया जाएगा। रैपिड रेल के कॉरीडोर, स्टेशन तथा डिपो के लिए आवश्यक भूमि को किसानों से सहमति बनाकर सीधे बैनामे के माध्यम से खरीदा जाना है। इसके लिए संबंधित अधिकारी दिन रात जुटे हैं।
भू-स्वामियों की सहमति मिली
स्टेशनों की जमीन के लिए भूमि क्रय समिति में शामिल अफसरों ने हाल ही में भू-स्वामियों को बुलाकर उनके साथ बातचीत की थी। क्रय समिति के सदस्य अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने बताया कि शहरी क्षेत्र के स्टेशनों के लिए भू-स्वामियों की सहमति उक्त बैठक में मिल गई है। सभी लोग भूमि देने को तैयार हो गये हैं। लेकिन डिपो की जमीन के लिए दौराला के किसानों से कई दौर की वार्ता के बाद भी जमीन के रेट पर सहमति नहीं बन सकी है।
80 हजार मीटर जमीन में बनेंगे छह स्टेशन
एनसीआर ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन की योजना के मुताबिक मेरठ शहर की सीमा में रैपिड परतापुर तिराहा से प्रवेश करेगी। वहां से आगे सबसे पहला स्टेशन ब्रह्रमपुरी होगा। जो कि मेवला गांव की जमीन में बनेगा। उससे आगे फुटबाल चौक पर मेरठ सेंट्रल स्टेशन, भैंसाली बस अड्डे पर भैंसाली स्टेशन, इससे आगे रुड़की रोड पर पीएसी के पास डौरली स्टेशन बनाया जाएगा। पल्हेड़ा गांव में मेरठ नार्थ और सिवाया गांव की सीमा में मोदीपुरम स्टेशन बनेगा। इन सभी स्टेशनों के लिए लगभग 80 हजार मीटर जमीन की जरूरत होगी।
स्टेशन पर दो गेट, दोनों ओर एक-एक
रैपिड अफसरों के मुताबिक पूर्व में प्रत्येक स्टेशन पर दोनों ओर दो-दो प्रवेश और निकास द्वार बनाये जाने की योजना था। लेकिन अब सभी स्टेशनों पर दोनों ओर एक एक प्रवेश और निकास द्वार बनाया जाएगा।