Rapid Rail In Meerut: रैपिड रेल के फायदे बताने आएगी NCRTC की टीम, लोगों से संवाद की यह है योजना
मेरठ और आसपास के क्षेत्र के लोगों का रैपिड रेल का सपना जल्द पूरा होने वाला है। यह देश का पहला रीजनल ट्रांजिट सिस्टम है तो इसके बारे में अधिक से अधिक जानने की जिज्ञासा लोगों में अपने ही आप उत्पन्न हो जाती है। लोगों से संवाद कायम किया जाएगा।
मेरठ, जेएनएन। इन दिनों दिल्ली से गाजियाबाद होते हुए मेरठ तक संचालित होने वाली रैपिड रेल कॉरिडोर का निर्माण जोर शोर से चल रहा है। इसके बारे में मीडिया से लेकर सोशल मीडिया समेत विभिन्न प्लेटफार्म पर इस प्रोजेक्ट की तारीफे हो रही हैं फिर भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो इसके बारे में अभी भी अनजान हैं। बहुत से प्रश्न उनके जेहन में हैं जिसका उत्तर उन्हें शायद नहीं मिल पा रहा। जब इस प्रोजेक्ट के बारे में यह कहा जा रहा है कि यह देश का पहला रीजनल ट्रांजिट सिस्टम है तो इसके बारे में अधिक से अधिक जानने की जिज्ञासा लोगों में अपने ही आप उत्पन्न हो जाती है। इसलिए लोगों को इस प्रोजेक्ट से रूबरू कराने के लिए एनसीआरटीसी यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम जल्द ही लोगों से संवाद स्थापित करेगा।
विकास के रास्ते रफ्तार
सामूहिक रूप से होने वाली इस बैठक में समाज के गणमान्य लोगों के साथ ही सामान्य लोग भी शामिल होंगे। इस प्रोजेक्ट के बारे में पूरा विवरण दिखाया जाएगा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन होगा। वहीं एक्सपर्ट और अधिकारी इसके बारे में बताएंगे। लोगों के सवालों का जवाब भी देंगे। बताएंगे कि कैसे यह दिल्ली एनसीआर का पूरा खाका बदल देगा। किस तरह से विकास के रास्ते पर रफ्तार भरेगा। कैसे दिल्ली रोड पर वाहनों का दबाव कम होगा। जाम कम लगेगा और प्रदूषण भी कम होगा। 55 मिनट में मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक आसानी से पहुंचा देने वाली इस रेल की खूबियों को ठीक ढंग से बताया जाएगा। यह मेट्रो से अधिक उन्नत और तेज रफ्तार से चलने वाली ट्रेन है जो अधिकतम 180 किलोमीटर की गति से चलेगी।
2023 तक चलने लगेगी रेल
सबसे बड़ी बात है कि यह किसी भी मौसम में प्रभावित नहीं होगी चाहे घना कोहरा हो या खूब तेज बारिश हो रही हो इसकी रफ्तार में कोई कमी नहीं आएगी। यह सामूहिक संवाद कार्यक्रम जल्द होगा जिसकी तिथि के बारे में विचार चल रहा है। 82 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर के निर्माण के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक ऋण दे रहा है। इसे दिल्ली से मोदीपुरम तक वैसे तो 2025 तक संचालित किया जाना है लेकिन दुहाई से साहिबाबाद तक 17 किलोमीटर वाले खंड पर 2023 में ही रैपिड रेल चलने लगेगी।
यह भी होगी सुविधा
अगर 2023 में ही रैपिड रेल चलने लगती है तो भी मेरठ के लोगों के लिए बहुत बड़ी सहूलियत की बात हो जाएगी क्योंकि मेरठ से दुहाई बहुत दूर भी नहीं है और साहिबाबाद की दिल्ली से दूरी काफी कम है इसलिए यदि किसी को रैपिड रेल से दिल्ली पहुंचना होगा तो वह आसानी से कार, दुहाई स्टेशन पर खड़ी करके दिल्ली जा सकेगा या फिर बस या किसी अन्य वाहन को छोड़कर भी उस पर जा सकेगा। मतलब यह है कि 2023 से ही बहुत कुछ बदलाव दिखाई देना शुरू हो जाएगा।