383 दिनों बाद राकेश टिकैत की घर वापसी, गाजीपुर बार्डर से लेकर सिसौली तक यह रहेगी तैयारी
तीनों कृषि कानूनों के विरोध में गाजीपुर बार्डर पर एक साल से अधिक आंदोलन चलाने के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बुधवार को घर लौट रहे हैं। बुधवार को राकेश टिकैत पूरे गाजे-बाजे के साथ गाजीपुर बार्डर से अपने घर के लिए रवाना होंगे।
मेरठ, जेएनएन। तीनों कृषि कानूनों के विरोध में गाजीपुर बार्डर पर एक साल से अधिक आंदोलन चलाने के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बुधवार को घर लौट रहे हैं। बुधवार को राकेश टिकैत पूरे गाजे-बाजे के साथ गाजीपुर बार्डर से अपने घर के लिए रवाना होंगे। घर वापसी के तहत राकेश टिकैत के जुलूस का जगह-जगह स्वागत होगा। किसान आंदोलन से किसान नेता के शानदार किरदार में उभरकर आए राकेश टिकैत 383 दिनाें के बाद घर अपने घर लौटेंगे। मेरठ में बुधवार दोपहर दो बजे सिवाया टोल पर उनका जोरदार व भव्य स्वागत किया जाएगा। मोदीनगर, मेरठ, खतौली, मंसूरपुर व सौरम चौपाल होते हुए वह सिसौली पहुंचेंगे। इसी के साथ ही सिवाया टोल पर 26 मई से चल रहा भाकियू का धरना भी समाप्त हो जाएगा।
सिवाया टोल पर होगा फूलों का भव्य स्वागत
राकेश टिकैत का सिवाया टोल पर भाकियू पदाधिकारी, कार्यकर्ता व किसान भव्य स्वागत करेंगे। जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने बताया कि वह दोपहर बाद दो बजे सिवाया टोल तक पहुंचेंगे। जुलूस में शामिल किसानों के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई है। इससे पहले मार्ग में मोदीनगर समेत कई स्थानों पर स्वागत किया जाएगा। मंगलवार को भाकियू पदाधिकारियों ने स्वागत की तैयारी के लिए एक कुुंतल फूल मंगवाए हैं। सिवाया टोल का धरना छह माह से अधिक समय से चल रहा है।
तीनों कृषि कानूनों की वापसी पर जश्न
भारतीय किसान यूनियन तीनों कृषि कानूनों की वापसी पर जश्न मना रहा है। भाकियू का कहना है कि सरकार ने कृषि कानूनों की वापसी से सही निर्णय लिया है। भाकियू ने इसे किसानों की जीत बताया। किसान आंदोलन के एक साल में भाकियू की तीन बड़ी ट्रैक्टर रैली मेरठ से गुजरते हुए गाजीपुर बार्डर पहुंची थी। इसमें मेरठ के किसानों व भाकियू कार्यकर्ताओं का अहम योगदान रहा।