नियुक्ति से पहले बायोडाटा पर भी उठे सवाल
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में कई विभागों में एसोसिएट प्रोफेसर प्रोफेसर की नियुक्ति होने वाली है। नियुक्ति से पहले ही कुछ शिक्षकों के बायोडाटा को देखकर उनके शैक्षणिक अर्हता पर सवाल उठने लगे हैं।
मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में कई विभागों में एसोसिएट प्रोफेसर, प्रोफेसर की नियुक्ति होने वाली है। नियुक्ति से पहले ही कुछ शिक्षकों के बायोडाटा को देखकर उनके शैक्षणिक अर्हता पर सवाल उठने लगे हैं। हालांकि विश्वविद्यालय ने ऐसी शिकायतों के लिए ईमेल से आपत्ति दर्ज कराने का विकल्प दिया है।
विश्वविद्यालय में शिक्षकों की नियुक्तियों में राजभवन की ओर से पूरी तरह से पारदर्शिता बरतने के लिए कहा गया है। इसके लिए आवेदन करने वाले सभी अभ्यर्थियों की शैक्षणिक रिपोर्ट को सार्वजनिक रूप से वेबसाइट पर भी अपलोड करने का भी सुझाव दिया गया था। जिसे देखते हुए विश्वविद्यालय ने उम्मीदवारों की स्क्रीनिग के बाद उनका पूरा विवरण वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। जिस पर अगर किसी को आपत्ति है तो वह एक सप्ताह में अपनी आपत्ति दर्ज करा सकता है। कुछ दिन वेबसाइट ठप होने की वजह से इसे लोग नहीं देख पाए थे। इसमें अर्थशास्त्र में आवेदन करने वाले एक शिक्षक की अर्हता पर सवाल उठाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उम्मीदवार ने किसी को पीएचडी नहीं कराया है। फिर भी उसे विशेष कटेगरी में प्रोफेसर पद के अर्ह माना गया है। जबकि इसी अर्हता के कुछ उम्मीदवार स्क्रीनिग में ही बाहर कर दिए गए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पहुंची, जल्द बनेगा हत्या का रिमाड : इंटीरियर डिजाइनर अमित बंसल की पत्नी पिंकी की मौत के नौ दिन बाद पुलिस नोएडा से उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेकर आई है। जल्द ही हत्यारोपित ससुर रामकिशन का रिमाड बनाया जाएगा। पिंकी की मौत के बाद पुलिस ने अभी तक रामकिशन को हत्या का आरोपित नहीं बनाया था। पिंकी के भाई ने पुलिस पर कार्रवाई में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि इसकी वजह से रामकिशन को जमानत मिल सकती है। इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ने बताया कि पिंकी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर रामकिशन पर हत्या का रिमाड बनाया जाएगा।