भाजपा की सरकार बनने पर पंजाबी चेहरे को मिलेगा उचित पद
2022 के चुनाव में किसी भी विधानसभा सीट पर पंजाबी चेहरे को टिकट न मिलने से नाराज चल रहे संयुक्त पंजाबी संघ की गुरुवार को लालकुर्ती स्थित संस्थापक सदस्य मनोज बाटला के प्रतिष्ठान पर एक बैठक आयोजित हुई।
मेरठ, जेएनएन। 2022 के चुनाव में किसी भी विधानसभा सीट पर पंजाबी चेहरे को टिकट न मिलने से नाराज चल रहे संयुक्त पंजाबी संघ की गुरुवार को लालकुर्ती स्थित संस्थापक सदस्य मनोज बाटला के प्रतिष्ठान पर एक बैठक आयोजित हुई। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ओर से संज्ञान लेते हुए बैठक में विशेष तौर पर संयुक्त पंजाबी संघ के संस्थापक सदस्यों से मिलने के लिए प्रदेश सह-संगठन महामंत्री कर्मवीर पहुंचे।
इस दौरान काफी देर तक चली बैठक में संस्थापक सदस्यों ने अपनी नाराजगी को उनके समक्ष रखा। प्रदेश सह-संगठन महामंत्री ने सभी की बातों को ध्यान में रखते हुए उन्हें समझाया। कर्मवीर ने भरोसा दिलाया कि चुनाव बाद प्रदेश में दोबारा सत्ता आने पर निश्चित तौर पर पंजाबी समाज के चेहरे को एक उचित पद पर सरकार में समायोजित किया जाएगा। कहा कि प्रदेश के संगठन में एक उचित पद दिया जाएगा। इस भरोसे का सभी संस्थापक सदस्यों ने स्वागत किया। बैठक में विक्की तनेजा, नवीन अरोड़ा, रवि वोहरा, विकास गिरधर, राज कोहली, पवन सोंधी, तिलक नारंग, विकास गिरधर, महेश वाली, धर्मवीर नारंग, अमित चांदना व सरदार दलजीत सिंह आदि मौजूद रहे।
सुनो भाई साधो
चुनावी है महाभारत है पूरी इसकी तैयारी।
चलो अब देखते हैं आने वाली किसकी है बारी।
सभी कौरव सभी पांडव बताते एक-दूजे को।
न कोई कृष्ण है इसमें मगर ढेरों शिखंडी हैं।
धराशायी पितामह हों ये अब उनकी है लाचारी।
मिला अधिकार जनता को सबक इनको सिखाने का।
मिलेंगे वोट कुछ को कुछ नकारे जाएंगे फिर भी।
नतीजे बाद सब अपने सियासत सब पे है तारी।
ये भारत द्रौपदी की लाज सा कब तक लुटे 'तनहा'।
धनुर्धारी भी इसका है इसी का है गदाधारी।
डा. सरोजिनी तनहा