Pulwama Encounter: देखो देखो कौन आया, हिंदुस्तानी शेर आया
Pulwama Encounter में शहीद हुए मेरठ के बसा टीकरी गांव के सिपाही अजय कुमार का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही गांव में जनसैलाब उमड़ पड़ा। जोश में नारे लगाते देशवासी।
By Taruna TayalEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 12:51 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 12:51 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। पुलवामा में आतंकी हमले के बाद सेना की ओर से चलाए जा रहे ऑपरेशन में शहीद हुए मेरठ के सिपाही अजय कुमार का पार्थिव शरीर लेकर सेना और परिवार के लोग करीब साढे 11:00 बजे बसा टिकरी गांव उनके घर पर पहुंचे। घर के पास पहुंचने से पहले ही लोगों का हुजूम अंतिम यात्रा के साथ जुड़ता गया।
सब की जुबां पर नारे
लोग दिल को झकझोरने वाले नारे लगा रहे। पाकिस्तान को जवाब देने वाले और नारे कश्मीर में आतंकियों का साथ देने वालों को जवाब थे। किसी ने कहा देखो देखो कौन आया, तो दूसरी तरफ से लोग बोल उठे हिंदुस्तानी शेर आया। इसके साथ ही भारत माता की जय, पाकिस्तान मुर्दाबाद, हिंदुस्तान जिंदाबाद, देश के गद्दारों को गोली मारो सालों को, जैसे नारों के साथ लोग आगे बढ़ते गए।
बच्चे और बड़े सब शामिल
क्या बड़े, क्या छोटे, क्या युवा, क्या बुजुर्ग हर किसी की जुबान पे यह नारे ऐसे ही थे मानो उनकी जुबां से दुश्मन के लिए गोलियां निकलती हो। जब तक सूरज चांद रहेगा अजय तुम्हारा नाम रहेगा, वीर शहीद अजय कुमार अमर रहें अमर रहे, जैसे नारों के साथ लोग अंतिम यात्रा में साथ चलते हुए घर तक पहुंचे। हजारों की संख्या में लोग स्टेडियम में ही रुके। वहां से जब अंतिम यात्रा घर की तरफ बढ़ी तो लोग शहीद के पार्थिव शरीर के पीछे निकल पड़े।
किसी के जोश में कोई कमी नहीं
पहले ही काफी दूर तक पैदल चलने के बाद किसी के जोश में कोई-कोई कमी नहीं दिखाई दी। महिलाएं और बालिका भी इस अंतिम यात्रा में बढ़-चढ़कर शामिल में हुई। परिवार के लोग जहां शहीद के अंतिम दर्शन और अंतिम बातें कहने को थोड़ा सुकून के पल ढूंढ रहे थे, वहीं क्षेत्र के लोग अपने शहीद के नाम पर जयकारे के साथ उसके अंतिम दर्शन को आतुर दिखे।
तिरंगामयी हुआ शहीद का घर
इस अवसर पर हाथों में बड़े-बड़े तिरंगा लहराते युवा शहीद के घर के सामने जोश में नारे लगाते रहे। जहां नजर उठाएं बस तिरंगा और नारे लगाते हाथ ही दिख रहे हैं।
सब की जुबां पर नारे
लोग दिल को झकझोरने वाले नारे लगा रहे। पाकिस्तान को जवाब देने वाले और नारे कश्मीर में आतंकियों का साथ देने वालों को जवाब थे। किसी ने कहा देखो देखो कौन आया, तो दूसरी तरफ से लोग बोल उठे हिंदुस्तानी शेर आया। इसके साथ ही भारत माता की जय, पाकिस्तान मुर्दाबाद, हिंदुस्तान जिंदाबाद, देश के गद्दारों को गोली मारो सालों को, जैसे नारों के साथ लोग आगे बढ़ते गए।
बच्चे और बड़े सब शामिल
क्या बड़े, क्या छोटे, क्या युवा, क्या बुजुर्ग हर किसी की जुबान पे यह नारे ऐसे ही थे मानो उनकी जुबां से दुश्मन के लिए गोलियां निकलती हो। जब तक सूरज चांद रहेगा अजय तुम्हारा नाम रहेगा, वीर शहीद अजय कुमार अमर रहें अमर रहे, जैसे नारों के साथ लोग अंतिम यात्रा में साथ चलते हुए घर तक पहुंचे। हजारों की संख्या में लोग स्टेडियम में ही रुके। वहां से जब अंतिम यात्रा घर की तरफ बढ़ी तो लोग शहीद के पार्थिव शरीर के पीछे निकल पड़े।
किसी के जोश में कोई कमी नहीं
पहले ही काफी दूर तक पैदल चलने के बाद किसी के जोश में कोई-कोई कमी नहीं दिखाई दी। महिलाएं और बालिका भी इस अंतिम यात्रा में बढ़-चढ़कर शामिल में हुई। परिवार के लोग जहां शहीद के अंतिम दर्शन और अंतिम बातें कहने को थोड़ा सुकून के पल ढूंढ रहे थे, वहीं क्षेत्र के लोग अपने शहीद के नाम पर जयकारे के साथ उसके अंतिम दर्शन को आतुर दिखे।
तिरंगामयी हुआ शहीद का घर
इस अवसर पर हाथों में बड़े-बड़े तिरंगा लहराते युवा शहीद के घर के सामने जोश में नारे लगाते रहे। जहां नजर उठाएं बस तिरंगा और नारे लगाते हाथ ही दिख रहे हैं।
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