पीटीसी सीतापुर के एडीजी समेत 30 पर मुकदमा
जानी के छोटी पांचली स्थित बद्री नारायण सेवा ग्राम आश्रम में विवाद गहराता जा रहा है। आश्रम के स्वामी कृष्णानंद ने बताया कि 1994 में आश्रम बनाकर तैयार किया गया था।
मेरठ, जेएनएन। जानी के छोटी पांचली स्थित बद्री नारायण सेवा ग्राम आश्रम में विवाद गहराता जा रहा है। आश्रम के स्वामी कृष्णानंद ने बताया कि 1994 में आश्रम बनाकर तैयार किया गया था। उक्त आश्रम को हड़पने के लिए एक सोची समझी साजिश के तहत आश्रम के कर्मचारी विजय गुप्ता ने अपने दामाद घनश्याम, गोपाल दोनों बेटे ऋषि एवं कमरध्वज उनकी पत्नी शिल्पी और मंजूश्री और दोनों बेटी रचना एवं रश्मि तथा बबीता और मालती को पारिवारिक संपत्ति परिवर्तन करना चाहते है, जिसके तहत कागजात दस्तावेज ट्रस्ट डीड सब रजिस्ट्रार तृतीय के यहां रजिस्टर कराई गई। साथ ही कृष्णानंद ने आश्रम के ट्रस्ट में नये लोगों को जोड़ने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में वाद दायर किया था, जिसमें कोर्ट के आदेश पर सिविल लाइन थाने में 12 ट्रस्टी समेत 30 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एक ट्रस्टी राजा श्रीवास्तव भी है, जो सीतापुर पीटीसी में एडीजी पद पर तैनात है। इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी ने बताया कि ट्रस्ट में पुराने लोगों को हटाकर नये लोगों को जोड़ने को लेकर विवाद चल रहा था। इसी को लेकर कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमे की निष्पक्ष विवेचना कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि पीटीसी के एक पुलिस अधिकारी राजा श्रीवास्तव का नाम दिया गया है। सवाल है कि लोक सेवक किसी भी संस्था में ट्रस्टी नहीं बन सकता है। ऐसे में पड़ताल की जा रही है कि पीटीसी में तैनात एडीजी राजा श्रीवास्तव है, या अन्य कोई पुलिस अधिकारी है। विवेचना में पूरे मामले की पड़ताल कर ली जाएगी।