जो स्कूल न आएं, उन्हें दें आनलाइन क्लास सुविधा
आफलाइन क्लास शुरू करने की दिशा में आनलाइन क्लास बंद करने की अनुमति नहीं प्रदान की गई है।
मेरठ, जेएनएन। आफलाइन क्लास शुरू करने की दिशा में आनलाइन क्लास बंद करने की अनुमति नहीं प्रदान की गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक गिरजेश कुमार चौधरी ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि, सभी स्कूल आफलाइन क्लास के बाद भी यदि कोई छात्र स्कूल नहीं आना चाहता या फिर स्कूल आने में सक्षम नहीं है, तो उसे आनलाइन क्लास मुहैया कराते रहें। इसका उल्लंघन होने पर स्कूल के खिलाफ शिकायत मिली तो महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। यह आदेश सभी तरह के बोर्ड से संबद्ध स्कूलों पर लागू है। इसी तरह किसी भी स्कूल को आफलाइन क्लास अनिवार्य करने की अनुमति भी नहीं है। जो छात्र स्कूल आकर नहीं पढ़ना चाहत हैं, उन्हें बाध्य नहीं किया जा सकता। घर से पढ़ने वाले छात्रों को स्कूल अपनी व्यवस्था के अनुसार शिक्षण से जोड़कर रखेंगे।
रजिस्टर में हो रहे अनुपस्थित
स्कूलों में कक्षा नौवीं से 12वीं तक की कक्षा के लिए आनलाइन क्लास बंद कर अब आफलाइन क्लास चल रही हैं। वहीं, जो बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं, उन्हें स्कूल रजिस्टर में अनुपस्थित भी किया जा रहा है। स्कूलों का कहना है कि आनलाइन क्लास के दौरान भी यदि कोई छात्र किसी दिन क्लास से अनुपस्थित रहा है तो उन्हें रजिस्टर में अनुपस्थित ही किया गया है। अब जब सिलेबस पूरा हो चुका है, और स्कूल में आफलाइन क्लास या रिवीजन क्लास चलने लगी हैं तो भी उपस्थित छात्रों को ही रजिस्टर में उपस्थित दर्ज किया जा रहा है और स्कूल नहीं आने वाले छात्रों को अनुपस्थित दर्ज किया जा रहा है।
इस साल अटेंडेंस की अनिवार्यता नहीं
मेरठ सहोदय स्कूल काम्प्लेक्स के सचिव राहुल केसरवानी के अनुसार इस साल सीबीएसई की ओर से अटेंडेंस की कोई अनिवार्यता नहीं है। सामान्य परस्थिति में 85 फीसद उपस्थित अनिवार्य होती है। कोई बीमारी होने पर मेडिकल प्रमाण पत्र के साथ 10 फीसद और छूट मिलती है। उसमें भी 75 फीसद उपस्थित होनी ही चाहिए। ..लेकिन, इस साल ऐसी कोई अनिवार्यता नहीं है। स्कूल के रजिस्टर में छात्र अनुपस्थित दर्ज हो रहे हैं, लेकिन इससे उनपर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। सिलेबस पूरा होने के बाद छात्रों को स्कूल आने की अनिवार्यता नहीं है।
कुछ छात्र अनुपस्थित रहते ही हैं
सेंट मेरीज एकेडमी के प्रिंसिपल रेवरन ब्रदर एडवर्ड सेबेस्टियन के अनुसार इस समय आफलाइन क्लास में 98 फीसद से अधिक छात्र उपस्थित हो रहे हैं। कुछ बच्चे सामान्य दिनों में भी रेगुलर अनुपस्थित रहते हैं। वर्तमान में भी कुछ बच्चे ही अनुपस्थित हैं। ऐसे में उनके लिए हर क्लास पूरी तरह से आनलाइन चलाना संभव नहीं है।