भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किया वादा, नहीं बदलेगा गंगा एक्सप्रेस-वे का अलाइनमेंट Meerut News
गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए अभी सर्वे का काम ही शुरू हुआ है और उसमें मनमानी के आरोप लगने लगे हैं।
मेरठ, जेएनएन। गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए अभी सर्वे का काम ही शुरू हुआ है और उसमें मनमानी के आरोप लगने लगे हैं। बिजौली समेत तीन गांवों के किसानों ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है। हालांकि किसानों की शिकायतों पर जिला प्रशासन की टीम ने जांच भी शुरू कर दी है, लेकिन किसानों ने भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत से भी गुहार लगाई है। किसानों के अनुसार टिकैत ने अलाइनमेंट न बदलने देने का वादा किया है। इस संबंध में टिकैत कमिश्नर से बात करेंगे।
छोटे किसानों को छोड़ बड़े-बड़े लोगों की ले ली जमीन
बिजौली, नंगला पातू और गोविंदपुर के किसानों जयनारायण त्यागी, धीरज, सन्ने त्यागी, मधुकांत, जयकिरण गुर्जर, लालू त्यागी आदि का आरोप है कि गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए एपीडा ने एलएन मालवीय इंफ्रा को सर्वे व अन्य कार्य सौंपे हैं। इस एजेंसी ने सब एजेंसी टीबीएम को सर्वे का काम सौंपा है। टीबीएम ने अलाइनमेंट के मुताबिक गांवों में पिलर लगा दिए थे। पिलर के दोनों ओर 130 मीटर चौड़ाई में भूमि अधिग्रहण किया जाना है। लेकिन अब अचानक इन पिलर को नकारा जा रहा है। खसरा मिलान को पहुंचे लेखपाल और अन्य लोगों ने एक्सप्रेस-वे का अलाइनमेंट दूसरा बताया तो किसान परेशान हो उठे। उन्होंने जिलाधिकारी से शिकायत की है। आरोप है कि एक स्कूल को बचाने तथा कुछ विशेष लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए यह किया है।
तहसील की टीम मौके पर
सदर तहसील से लेखपाल और कानूनगो की टीम शनिवार को मौके पर पहुंची थी। उनके साथ एलएन मालवीय तथा टीबीएम के लोग भी थे। किसानों का कहना है कि तहसील की टीम की जांच में बदलाव साबित हुआ है। उधर, जिलाधिकारी अनिल ढींगरा का कहना है कि गंगा एक्सप्रेस-वे का सर्वे और अन्य कार्य ईमानदारी के साथ होंगे। कोई एजेंसी यदि मनमानी करने का प्रयास करेगी तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। शासन को भी लिखा जाएगा। बिजौली के मामले की जांच की जा रही है।