मेरठ में प्रोब बिलिंग की प्रगति असंतोषजनक, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने दिए हैं ये निर्देश
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम अंतर्गत मेरठ गाजियाबाद नोएडा सहारनपुर बागपत हापुड़ समेत कुल 14 जिले आते हैं । इनमें से किसी भी जिले में प्रोब मीटर रीडिंग की प्रगित 10 फीसद से अधिक नहीं पायी गई है ।
मेरठ, जेएनएन। मीटर से केबल कनेक्ट करके मोबाइल में डाटा अपलोड कर रीडिंग ( प्रोब बिलिंग) लेने के मामले में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत सभी जिलों की स्थिति असंतोषजनक पायी गई है। जिसे लेकर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने नाराजगी जताई है। पीवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक अरविंद मल्लप्पा बंगारी को 31 जनवरी तक शत-प्रतिशत प्रोब बिलिंग या डाउनलोडेबल बिलिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम अंतर्गत मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, सहारनपुर, बागपत, हापुड़ समेत कुल 14 जिले आते हैं। किसी भी जिले में प्रोब मीटर रीडिंग की प्रगित 10 फीसद से अधिक नहीं पायी गई है। जबकि जुलाई 2018 में बिलिंग एजेंसियों से अनुबंध हुए थे। जिसके तहत आठ में शहरी और 12 माह में ग्रामीण क्षेत्रों में 97 फीसद प्राेब बिलिंग या डाउनलोडेबल बिलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करनी थी। लेकिन दो साल बाद भी व्यवस्था का अता-पता नहीं है। इसके चलते घर बैठे मीटर रीडिंग की शिकायतों का अंबार लगा हुआ है। उपभोक्ताओं और जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार बिलिंग में अनियमितता की शिकायतें की जा रही हैं। ऊर्जा मंत्री ने प्रबंध निदेशक अरविंद मल्लप्पा बंगारी को निर्देश दिया है कि लापरवाह बिलिंग एजेंसियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाए। बिलिंग एजेंसियों की अनियमितता की जांच एसटीएफ से भी जांच कराने की तैयारी है। 31 जनवरी तक की डेडलाइन दी गई है। इस अवधि में प्रोब मीटर रीडिंग शत-प्रतिशत करनी होगी। बिजली अधिकारियों के अनुसार प्रोब बिलिंग के लिए मीटर को केबल के जरिए मोबाइल से कनेक्ट कर दिया जाता है। मीटर रीडिंग उसमें डाउनलोड कर ली जाती है। फिर प्रिंटर से इसका प्रिंट ले लिया जाता है। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता रहने के साथ रीडिंग सही आती है। इस व्यवस्था का कड़ाई के साथ पालन कराया जाएगा।