प्रमुख सचिव के निर्देश, केवल पासधारकों को ही मिले नवीन मंडी में प्रवेश Meerut News
मेरठ के लिए नामित प्रमुख सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश दिल्ली रोड स्थित नवीन मंडी का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने निेर्देश दिए कि सिर्फ पासधारकों को ही मंडी में प्रवेश दिया जाए।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए मेरठ के लिए नामित नोडल अधिकारी व प्रमुख सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश गुरुवार शाम दिल्ली रोड स्थित नवीन मंडी का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने निेर्देश दिए कि सिर्फ पासधारकों को ही मंडी में प्रवेश दिया जाए।
ये अफसर पहुंचे
प्रमुख सचिव के साथ एडीजी जोन प्रशांत कुमार, डीएम अनिल ढींगरा, एसएसपी अजय साहनी, एडीएम सिटी अजय तिवारी और सिटी मजिस्ट्रेट सत्येंद्र कुमार सिंह भी पहुंचे। वहां मंडी सचिव नरेंद्र सिंह से उन्होंने मंडी की व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। प्रमुख सचिव ने कहा कि मंडी में भीड़ कम से कम हो तथा शारीरिक दूरी का हर हाल में पालन कराया जाए। मंडी में सैनिटाइजेशन, थर्मल स्कैनिंग और हाथ धोने की व्यवस्था की उन्होंने सराहना की।
इस प्रकार जारी होगा कार्ड
प्रमुख सचिव को अधिकारियों ने बताया कि भीड़ प्रबंधन के लिए फल और सब्जी मंडी को रात 12 से सुबह 7 तक खोला जाता है, जबकि राशन का व्यापार सुबह 7 से 10 बजे तक होता है। मंडी में फल विक्रेताओं को हरा, सब्जी विक्रेताओं को गुलाबी तथा राशन विक्रेताओं को पीले रंग का कार्ड प्रवेश कार्ड जारी किया गया है। मंडी में सब्जी फल खरीदने आने वाले गली मोहल्ले के विक्रेताओं को दो रंग (गुलाबी और हरे रंग) का कार्ड जारी किया गया है। केवल कार्डधारकों को भी मंडी में प्रवेश दिया जाता है। एक गेट से प्रवेश और दूसरे से निकासी की व्यवस्था की गई है।
हापुड़ अड्डे का हाल देखा
मंडी के बाद प्रमुख सचिव हापुड़ अड्डा चौराहा पहुंचे। वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों से उन्होंने बात की। वाहनों की अधिक आवाजाही पर उन्होंने नाराजगी जताई। कहा कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जाए। हॉटस्पॉट क्षेत्रों में अन्य लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए सील लगाई जाती है। ऐसे स्थानों की जनता को समझाकर विश्वास में लिया जाए।
जेल का औचक निरीक्षण
जिले के कोरोना नोडल अफसर टी वेंकटेश ने गुरुवार को जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम और एसएसपी भी मौजूद थे। करीब एक घंटे तक वह जेल में रुके। इस दौरान उन्होंने मास्क बनाने की प्रकिया जानी और बंदियों से भी बातचीत की। जेल के रख-रखाव के बारे में भी अफसरों से पूछा। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. बीडी पांडेय ने बताया कि प्रमुख सचिव ने काफी पुरानी जेल होने के बावजूद स्थिति बेहतर होने पर संतुष्टि जाहिर की।