यहां जब छात्र पहुंचे स्कूल, माथे पर लगे तिलक और हुई फूलों की वर्षा, छात्र बोले- वन्स मोर
कोविड-19 के कारण बंद पड़े स्कूल जब सोमवार यानी कि 1 मार्च को खूल गए तो बच्चे भी अपने गुरूजनों और साथियों से खुद को मिलने से नहीं रोक पाए। जब स्कूल पहुंचे तो वहां पर छात्रों के माथे पर तिलक लगकार फूलों की वर्षा की जा रही थी।
बागपत, जेएनएन। कोविड-19 के कारण बंद पड़े स्कूल जब सोमवार यानी कि 1 मार्च को खूल गए तो बच्चे भी अपने गुरूजनों और साथियों से खुद को मिलने से नहीं रोक पाए। बच्चे सुबह जल्दी उठे और तैयार होकर चेहरे पर एक अलग सी मुस्कान लेकर स्कूल पहुंचे। जब वे वहां पहुंचे तो वहां का नजारा देख वे तो फूले नहीं समा रहे थे।
माहौल कुछ इस तरह था कि हर छात्रों के माथे पर तिलक लगाए जा रहे थे। साथ ही फूलों भी उनके उपर डाले जा रहे थे और ये काम कोई और नहीं गुरूजन ही कर रहे थे। इसी दौरान एक छात्र ने तो कुछ ऐसा कह दिया, जिससे वहां पर सभी हंसने लगे। फूलों की वर्षा का नजारा देख छात्र बोल उठा कि मैडम जी एक बार और फूल उपर बरसाएंगी, जिसपर सभी हंसने लगे। ये वाकया बागपत जिले का है।
कोरोना महामारी के दौरान स्कूल और कालेजों बंद हो गए हो थे। करीब 11 माह बाद प्राथमिक विद्यालय शासन के निर्देश पर कोरोना गाइडलाइन और नियमों के तहत खोलने के निर्देशित किया है। सोमवार से सभी प्राथमिक विद्यालय खुल गए है। उच्च प्राथमिक विद्यालय दस फरवरी को खुल गए थे। अब स्कूलों में पूरी तरह से रौनक लौटनी शुरू हो गई है। छात्रों से अभिभावकों की अनुमति ली जा रही है। अभिभावकों से हस्ताक्षर कराने के बाद अनुमति पत्र को विद्यालयों में जमा कराए जा रहे है। कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए प्राइवेट स्कूलों ने बच्चों को मास्क और सैनिटाइजर अनिवार्य किया है। वहीं लंच बाक्स और पानी की बोतल भी साथ लाएंगे।
यहां भी पहुंचे छात्र
स्कूल खुलते ही मेरठ के साथ ही आसपास के जिलों में भी बच्चे पहुंचे। कोरोना गाइडलाइनक को ध्यान में रखते हुए बच्चों के बैठने की व्यवस्था की गई है। छात्रों के मनोरंजन पर भी ध्यान दिया गया है। मेरठ के ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहर के विद्यालय भी खोल दिए गए हैं। हालाकि यहां पहले दिन छात्रों की संख्या कम रही। लेकिन फिर भी जितने छात्र मौजूद रहे, उनकों ही पढ़ाया गया। शिक्षकों ने बताया कि स्कूल में बैठने की व्यवस्था कोरोना के गाइडलाइन के अनुसार ही की गई है। मेरठ के अलावां सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत व बिजनौर में भी स्कूल खुले।