शहादत पर गांव में दिखा गर्व, गम और गुस्सा
कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ चल रहे सेना के ऑपरेशन में अजय कुमार के शहीद होने की सूचना मिलते ही लोगों के दिल में सुलग रही चिंगारी ज्वाला बनकर सुलग उठी। शहीद के पिता पूर्व सैनिक वीरपाल और माता कमलेश गर्व से कहती हैं-एक और बेटा होता तो वह भी फौज में देश की सेवा कर रहा होता लेकिन इस बात से आहत भी हैं कि हम सक्षम होते हुए भी जवाब क्यों नहीं दे पाते? पिता का साया छिन रहा, माताओं की गोद उजड़ रही और बच्चे अनाथ हो रहे। आखिर, यह सब कब तक चलता रहेगा?
मेरठ । कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ चल रहे सेना के ऑपरेशन में अजय कुमार के शहीद होने की सूचना मिलते ही लोगों के दिल में सुलग रही चिंगारी ज्वाला बनकर सुलग उठी। शहीद के पिता पूर्व सैनिक वीरपाल और माता कमलेश गर्व से कहती हैं-एक और बेटा होता तो वह भी फौज में देश की सेवा कर रहा होता लेकिन इस बात से आहत भी हैं कि हम सक्षम होते हुए भी जवाब क्यों नहीं दे पाते? पिता का साया छिन रहा, माताओं की गोद उजड़ रही और बच्चे अनाथ हो रहे। आखिर, यह सब कब तक चलता रहेगा?
हम देंगे जवाब, हमें जाने दो
गांव में तमाम पूर्व सैनिकों के साथ वर्तमान में भी कार्यरत सैनिक हैं। एयरफोर्स से सेवानिवृत्त एसपी सिंह ने कहा कि लोगों में देशभक्ति की कमी नहीं लेकिन भैंस और पुरानी गाड़ियां बेचकर गुजारा करने वाला छोटा सा देश हमें आंख दिखाता है और हम कुछ नहीं कर पाते। कंधे पर राइफल रखे हमारे सैनिकों को पीछे से सिर पर थप्पड़ मारा जाता है। बदले में कोई उन्हें मारे तो उस अफसर को जेल में डाल देते हैं। यह कैसी व्यवस्था है। उन्होंने कहा-हमें अनुमति दीजिए। हम पैसे भी देंगे, जान भी देंगे। हमें वहां जानें दे हम बच्चों का बदला लेंगे।
अब बताएं, कश्मीर चाहिए या कश्मीरी
आपीएफ में कार्यरत और 2017 में जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी कर लौटे शहीद अजय के चचेरे भाई वरुण चौधरी का कहना है कि सरकार को अपनी नीति में बदलाव करना होगा। उन्हें यह कहना होगा कि कश्मीर चाहिए कश्मीरी नहीं। तभी वहां के हालात सुधरेंगे, वरना ऐसे ही देश के जवान कश्मीर की सुरक्षा में मरते रहेंगे और कश्मीरी हमारी शहादत पर खुश होते रहेंगे। शहीद अजय के मामा जेएस मलिक कहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी से उम्मीद और मांग है कि वह सेना को कार्रवाई की आजादी दें। अगर उन्होंने अब कुछ नहीं किया तो चुनाव में उन्हें वोटों की हवा भी नहीं लगेगी।
देश के दुश्मनों के खिलाफ लगे नारे
शहीद अजय के घर पहुंचे लोगों में व्याप्त आक्रोश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक सुर में सभी ने ¨हदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। सभी ने कहा कि परिवार की मदद वह चंदा करके कर लेंगे लेकिन सरकार दुश्मन से बदला ले।