दैनिक जागरण की खबर पर राष्ट्रपति भवन से आया पत्र, President ने सहारनपुर के फूड बैंक को सराहा
दैनिक जागरण ने 16 जून को सहारनपुर फूड बैंक की खबर प्रकाशित की थी। जो जागरण सरोकार से पूरे देश में प्रकाशित की गई थी। राष्ट्रपति ने जिसको सराहा है। जिला जज ने अभार जताया है।
सहारनपुर, जेएनएन। जिला सत्र न्यायालय के न्यायाधीशों तथा अधिवक्ताओं द्वारा संचालित किए जा रहे फूड बैंक की खबर दैनिक जागरण में प्रकाशित होने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सहारनपुर के इस फूड बैंक की प्रशंसा की है। उन्होंने इस पहल को नजीर, प्रेरक और अनुकरणीय बताया। राष्ट्रपति ने कहा है कि जरूरतमंदों के लिए इस प्रकार की मदद उनके जीवन में आशा एवं विश्वास का संचार करती है। राष्ट्रपति ने न्यायपालिका और बेंच के कल्याणकारी योगदान की सराहना की है। देश के प्रथम नागरिक द्वारा यह सम्मान पत्र मिलने के बाद जिला जज और दूसरे सभी न्यायधीशों व बार संघ में प्रसन्नता व उत्साह है। सभी ने दैनिक जागरण को फूड बैंक की सार्थक व संदेशात्मक खबर प्रकाशित करने के लिये आभार जताया।
जागरण की खबर की सभी ने की सराहना
सहारनपुर न्यायालय परिसर के बाहर संचालित किए जा रहे फूड बैंक की खबर दैनिक जागरण के 16 जून के अंक में, 'इंसानियत को इंसाफ दिलाने में जुटे जज और वकील' शीर्षक से प्रकाशित हुई थी। जागरण के सामाजिक सरोकारों से जुड़ी इस खबर में न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ता संघ एवं इनसे जुड़े लोगों के मानवीय प्रयासों को जनता के सामने रखा गया था। इस खबर पर स्वयं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संज्ञान लिया। राष्ट्रपति के सचिव कपिलदेव त्रिपाठी की ओर से प्रशस्ति पत्र भेजकर न्यायिक अधिकारियों व बार संघ का मनोबल बढ़ाया गया है।
यह पत्र उच्च न्यायालय प्रयागराज के महानिबंधक अजय कुमार श्रीवास्तव के माध्यम से सहारनपुर पहुंचा तो यहां न्यायिक अधिकारियों व बार संघ में हर्ष की लहर दौड़ गई। करीब 120 साल पुरानी इस बार में यह पहला मौका है जब राष्ट्रपति भवन से प्रशंसा मिली है। जिला जज सर्वेश कुमार ने सभी न्यायधीशों व अधिवक्ताओं को बधाई देते हुए दैनिक जागरण का विशेष आभार जताया। सहारनपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र चौहान ने दैनिक जागरण की प्रशंसा करते हुए कहा कि जागरण के कारण उनके प्रयासों की जानकारी राष्ट्रपति भवन को हो सकी, आभार।
यह है फूड बैंक
कोरोना काल में जब जरूरतमंदों के सामने भोजन का भीषण संकट आया तब जिला जज सर्वेश कुमार के नेतृत्व में न्यायाधीशों व अधिवक्ताओं ने कचहरी परिसर के बाहर फूड बैंक की स्थापना की। यहां से जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र और दूसरी आवश्यक चीजें प्रदान की जाने लगीं। मानव सेवा के इस पुण्य कार्य में जज ही मेजबान और जज ही व्यवस्थापक। तारीफ इस बात की भी कि, भले ही लॉकडाउन खत्म हो चुका हो, यह फूड बैंक आज भी अपनी सेवाएं दे रहा है।