यूपी उपचुनाव की घोषणा से बुलंदशहर में चढ़ा पारा, गुणा-गणित में जुटे राजनीतिक दल; यहां समझेंं पूरा समीकरण
बुलंदशहर में खाली सदर विधानसीट सीट पर चुनाव होने हैं। इसे लेकर सभी राजनैतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। सदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक दल अपने गुणा-गणित में जुट गए हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। प्रदेश उपचुनाव के तारीखों की घोषणा मंगलवार को हो गई। इस बीच बुलंदशहर में खाली सदर विधानसीट सीट पर चुनाव होने हैं। इसे लेकर सभी राजनैतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। सदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक दल अपने गुणा-गणित में जुट गए हैं। प्रदेश को तीन मुख्यमंत्री देने वाले बुलंदशहर का राजनीतिक पारा एक बार फिर चढऩे लगा है। पुलिस प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
ये तीन बने थे मुख्यमंत्री
आजादी के बाद 1950 में पहली बार सदर सीट पर हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के बाबू बनारसी दास को यहां की जनता ने चुनकर विधानसभा भेजा और बाद में बाबू बनारसीदास ही प्रदेश के मुख्यमंत्री भी बने। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो सदर सीट पर भाजपा के दिग्गज नेता वीरेंद्र सिंह सिरोही और बसपा के हाजी अलीम के बीच मुकाबला था। वीरेंद्र सिंह सिरोही ने बाजी मारी। इसी वर्ष दो मार्च को लंबी बीमारी के बाद सदर विधायक वीरेंद्र सिंह सिरोही का निधन हो गया। जिसके बाद यह सीट खाली हो गई थी। इस बीच कोरोना काल शुरू हो गया और इस सीट पर होने वाली राजनीतिक उठा-पटक भी शांत हो गई। अब उपचुनाव की घोषणा ने एक बार फिर सदर सीट का माहौल गरमा दिया है।
सदर सीट का इतिहास
पार्टी विजेता प्रत्याशी
कांग्रेस - बाबू बनारसीदास
प्रजा सोशलिस्ट - रघुराज सिंह
कांग्रेस - इर्तिजा हुसैन
रिपब्लिक पार्टी - शमीम आलम (दो बार)
भारतीय जनसंघ - सत्यवीर यादव
जनता पार्टी - विजय राज सिंह
कांग्रेस (ई) - सइदूल हसन (दो बार)
जनता दल - डीपी यादव
जनता दल सर्कुलर - डीपी यादव
समाजवादी पार्टी - डीपी यादव
भाजपा - महेंद्र सिंह यादव (दो बार)
बसपा - हाजी अलीम (दो बार)
भाजपा - वीरेंद्र सिंह सिरोही
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सदर सीट पर मतदाता
कुल मतदाता - 3,81,137
पुरुष मतदाता - 20,2,919
महिला मतदाता - 1,78,192
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उपचुनाव कार्यक्रम
निर्वाचन की अधिसूचना - 10 अक्टूबर
चुनाव के लिए नामांकन - 16 अक्टूबर
नामांकन पत्रों की जांच - 17 अक्टूबर
नाम वापसी - 19 अक्टूबर
उपचुनाव के लिए मतदान - तीन नवंबर
मतगणना - 10 नवंबर
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जिले में आचार संहिता लागू
उपचुनाव का कार्यक्रम जारी होते ही जिले में आचार संहिता लागू कर दी गई है। चुनाव प्रक्रिया को शांति पूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग द्वारा जारी सभी नियम और निर्देशों का पालन कराया जाएगा। -रविंद्र कुमार, जिलाधिकारी।