मेरठ: मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो की फेसबुक आइडी पर कैलिफोर्निया से डाली गई पोस्ट
कई जांच एजेंसी ढाई लाख के इनामी हिस्ट्रीशीटर बदन सिंह बद्दो की धरपकड़ में लगी हैं। दोबारा रिमांडर जारी होने के बाद फेसबुक ने अपलोड की गई पोस्ट का पता सोमवार को भेज दिया है। बद्दो की आइडी पर कैलिफोर्निया से पोस्ट अपलोड की गई है।
जासं, मेरठ। पूर्व डीजीपी बृजलाल और केबल कारोबारी पर फेसबुक पर टिप्पणी के बाद पुलिस और कई जांच एजेंसी ढाई लाख के इनामी हिस्ट्रीशीटर बदन सिंह बद्दो की धरपकड़ में लगी हैं। दोबारा रिमांडर जारी होने के बाद फेसबुक ने अपलोड की गई पोस्ट का पता सोमवार को भेज दिया है। बताया गया कि बद्दो की आइडी पर कैलिफोर्निया से पोस्ट अपलोड की गई है।
डीजीपी मुकुल गोयल ने मेरठ में अपराध समीक्षा के दौरान बदन सिंह बद्दो की धरपकड़ का आदेश दिया था। इसके दो दिन बाद ही बद्दो की फेसबुक और इंस्टाग्राम आइडी से पोस्ट अपलोड कर पूर्व डीजीपी बृजलाल और केबल कारोबारी पर टिप्पणी की गई। इसके बाद स्थानीय पुलिस,एसटीएफ और अन्य जांच एजेंसी भी काम में जुट गईं। एसएसपी, एसटीएफ और एटीएफ ने फेसबुक को पत्र लिखकर आइपी एड्रेस और उस शहर की जानकारी मांगी, जहां से पोस्ट अपलोड की गई।
सोमवार को फेसबुक ने इसकी जानकारी दी। बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिम तट पर स्थित राज्य कैलिफोर्निया से पोस्ट अपलोड की गई है। अब देखा जा रहा है कहीं पुलिस और एजेसिंयों को भ्रमित करने के लिए तो बद्दो के किसी साथी ने कैलिफोिर्निया से पोस्ट अपलोड नहीं की है। गौरतलब है कि 28 मार्च 2019 को दिल्ली रोड स्थित मुकुट महल होटल से पुलिस को चकमा देकर बद्दो फरार हो गया था। गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज कर पुलिस उसकी अलीशान कोठी पर बुल्डोजर चलवा चुकी है।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि फेसबुक से बदन सिंह की लोकेशन मांगी जा रही है। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि बदन सिंह बद्दो की धरपकड़ को लेकर कई स्तर पर काम जारी है। फेसबुक से मिली जानकारी के आधार पर जांच एजेंसी उसकी तलाश में जुट गई हैं।
तीन ई-मेल आइडी और दो मोबाइल नंबर मिले
फेसबुक की तरफ से दी गई जानकारी में बद्दो की तीन ईमेल आइडी मिली है। दो मोबाइल नंबर भी फेसबुक से अटैच मिले हैं। बताया गया कि बदन सिंह बद्दो के नाम से फेसबुक एकाउंट 15 जून 2017 में बनाया गया है। यानी, जिस फेसबुक एकाउंट से पोस्ट अपलोड की, वह बद्दो का ही है। बद्दो ने यह एकाउंट फरारी से दो साल पहले जनरेट किया था। एजेंसी जानकारी जुटा रही हैं।