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Pollution In Meerut : महज तीन घंटे बही साफ हवा..शाम तक फिर जहरीली Meerut News

शहर में प्रदूषण का हाल बेहाल है वायु प्रदूषण में सुधार का इंडेक्स छलावा साबित हुआ। रविवार शाम तक हवा फिर खतरे के निशान के ऊपर बहने लगी।

By Prem BhattEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 01:54 PM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 03:00 PM (IST)
Pollution In Meerut : महज तीन घंटे बही साफ हवा..शाम तक फिर जहरीली Meerut News
Pollution In Meerut : महज तीन घंटे बही साफ हवा..शाम तक फिर जहरीली Meerut News

मेरठ, जेएनएन। वायु प्रदूषण में सुधार का इंडेक्स छलावा साबित हुआ। रविवार शाम तक हवा फिर खतरे के निशान के ऊपर बहने लगी। एयर क्वालिटी सूचकांक में पिछले दिन के मुकाबले दोगुना प्रदूषण दर्ज किया गया। पीएम2.5 ने भी भरोसा तोड़ दिया। रविवार को दिन में सिर्फ तीन घंटे साफ हवा मयस्सर हुई।

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अचानक बढ़ गया प्रदूषण का स्‍तर

गत चार दिन में हवा की सेहत सुधरती नजर आई तो रविवार तक मौसम साफ होने का अनुमान लगाया गया, लेकिन शनिवार के मुकाबले रविवार की हवा में प्रदूषण का स्तर अचानक बढ़ गया। दोपहर तीन बजे तक हवा मानक से दोगुना खराब रही। इसके बाद सुधार हुआ, जो रात आठ बजे तक फिर से खतरे से तीन गुना हो गया। मौसम विज्ञानियों ने कहा कि हवा की गति बढऩे और बारिश होने पर ही प्रदूषण गायब होगा। मेरठ के स्टेशनों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब दर्ज हुई।

कहां के हालात कैसे रहे

पश्चिमी उप्र की तस्वीर बताती है कि नोएडा, गाजियाबाद में हवा ज्यादा जहरीली रही, जबकि हापुड़ और बुलंदशहर में अपेक्षाकृत सुधार रहा। मेरठ में जहां शनिवार को एक्यूआइ 180 के आसपास रहा, वहीं सूचकांक रविवार को 330 पार कर गया। सिर्फ तीन से चार घंटे हवा सुरक्षित जोन में बही। जयभीमनगर में रविवार रात आठ बजे एक्यूआइ 343 तक पहुंच गई। पीएम2.5 की मात्रा शनिवार को न्यूनतम 75 थी, जो रविवार को 130 रही। पल्लवपुरम में सूचकांक 326 तक पहुंच गया। पड़ोसी शहर हापुड़ में इंडेक्स 302 दर्ज किया गया।

ये हैं बड़े प्रदूषक

मेरठ में बड़ी संख्या में जनरेटर, पुराने डीजल वाहन, औद्योगिक चिमनियां, बॉयलर, निर्माण सामग्री व सड़क की धूल, कोल्हू के ईंधन व कचरा दहन की वजह से पीएम2.5 एवं पीएम10 की मात्रा मानक से ज्यादा बनी हुई है। सल्फर, नाइट्रोजन व मोनोऑक्साइड का भी घनत्व बढ़ता जा रहा है।

ये रही प्रदेश में हवा की सेहत

शहर एक्यूआई-मानक 100

मेरठ 343

पल्लवपुरम 302

गाजियाबाद 388

नोएडा 374

बुलंदशहर 311

लखनऊ 304

इनका कहना है

वायु प्रदूषण में सुधार की ज्यादा गुंजाइश नहीं है। पारा गिरने से प्रदूषण नीचे की परत में जमा होगा। बारिश व तेज हवा से सुधार जरूर होगा, किंतु रोजाना बड़ी मात्रा में घातक गैसों के उत्सर्जन से स्थिति फिर बिगड़ जाएगी। मास्क पहनें। सांस व एनर्जी के मरीज ज्यादा बचाव करें।

- डॉ. संतोष मित्तल, सांस एवं छाती रोग विशेषज्ञ, मेडिकल कालेज

डंप कूड़े में लगाई आग, फैला धुआं

वेस्ट एंड कालोनी के पीछे बनी खदानों में कूड़ा डाला जा रहा है और निस्तारित करने के बजाय उसमें आग लगा दी जा रही है। यह तस्वीर रविवार शाम सात बजे की है। आग की लपटें करीब 10 फीट ऊंची हैं, जो यह बताने के लिए काफी हैं कि यहां कम से कम आठ से 10 टन कूड़ा डंप था। कूड़े में आग लगने से वेद व्यास पुरी, मलियाना बस्ती, लक्ष्मीकुंज के लोगों में हड़कंप मच गया। वेस्ट एंड कालोनी के लोगों का कहना है कि इन खदानों में कूड़ा नगर निगम डाल रहा है। इसमें आए दिन आग लगा दी जाती है, जिससे पूरे इलाके में धुएं से हवा प्रदूषित रहती है। मालूम हो कि शनिवार को ऐसी ही आग बागपत रोड पर सिग्नेचर होटल के समीप कूड़े के ढेर में लगाई गई थी। वायु प्रदूषण बढ़ने के बाद नगर निगम को कूड़ा जलाने पर रोक लगानी थी। सफाई एवं खाद्य निरीक्षकों की टीम लगाई गई थी, लेकिन चार अज्ञात और दो फैक्टियों के खिलाफ ही एफआइआर की तहरीर देकर इतिश्री कर ली। रोजाना शाम को टीम भेजकर कूड़ा जलाने की पेट्रोलिंग के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। 


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