मेरठ : छेड़छाड़ के आरोपितों को नहीं पकड़ रही थी पुलिस, क्षुब्ध किशोरी ने थाने में ही जहर खाकर जान दी
मेरठ के परीक्षितगढ़ में छेड़छाड़ के आरोपितों की गिरफ्तारी न होने और पुलिस रवैये से क्षुब्ध एक गांव निवासी किशोरी ने शुक्रवार शाम थाना परिसर में ही जहर खाकर जान दे दी। किशोरी के इस कदम से पुलिस सन्न रह गई। उसे मेरठ के अस्पताल ले जाया गया।
मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में शोहदों की हरकतों पर पुलिस लगाम नहीं कस पा रही है। यहां जिले के परीक्षितगढ़ में छेड़छाड़ के आरोपितों की गिरफ्तारी न होने और पुलिस रवैये से क्षुब्ध एक गांव निवासी किशोरी ने शुक्रवार शाम थाना परिसर में जहर खाकर जान दे दी। गर्दन नपती देख पुलिस गाड़ी से मेरठ के अस्पताल भी ले गयी लेकिन डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। चार माह पूर्व दो सगे भाई समेत तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी थी।
यह है मामला
थाना क्षेत्र के गांव निवासी 16वर्षीय किशोरी को गांव का ही युवक शादाब पुत्र हसरत छेड़छाड़ करता था। जिससे बाहर निकलना भी दूभर हो चला था। एक दिन दुस्साहस करते हुए आरोपित ने घर अपना फोन भेजकर पहले भाग चलने को दबाव बनाया जब वह नहीं मानी तो चेहरे पर तेजाब डालकर जलाने की धमकी दी थी। घर पर शिकायत करने पर आरोपित के भाई मुनव्वर व गुलेशर पुत्र शेर ने अपने भाई का पक्ष लेते हुए जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया। 17 फरवरी को पीड़तिा की मां की तहरीर पर पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। उधर, पीड़तिा अपनी मां के साथ थाने का चक्कर लगाते हुए थक गई लेकिन गिरफ्तारी अभी भी नहीं हुई।
थाने से ही भगाने की कोशिश
वहीं, शुक्रवार शाम पीड़ित किशोरी मां के साथ थाने पहुंची लेकिन पुलिसकर्मियों ने पूर्व की तरह दुत्कारकर चलता करने का प्रयास किया। इसी बात से क्षुब्ध किशोरी ने परिसर में जहर खा लिया। उल्टी होने पर मां द्वारा शोर मचाने पर पुलिसकर्मी पहले पास ही चिकित्सक के पास ले गए लेकिन जवाब देने पर मेरठ केएमसी अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। एसओ आनंद प्रकाश मिश्रा भी अस्पताल पहुंच गए जहां लोगों का विरोध झेलना पड़ा। महिलाओं ने विरोध करते हुए एंबुलेंस के सामने लेट गयी। जिसपर पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी तब हटाकर शव को मर्चरी हाउस भेज दिया।
आइओ बदले पर न जांच आगे बढ़ी न गिरफ्तारी हुई
पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर इतिश्री कर ली। 100दिनों से अधिक हो गए लेकिन जांच के नाम पर पीड़तिा को थाने के चक्कर लगवाए गए। मृतका की मां ने बताया कि पहले जांच दारोगा सतवीर ङ्क्षसह पर थी लेकिन फिर जांच सुरेश बाबू पर पहुंच गयी। जबकि पीड़तिा मां के साथ चक्कर लगाते रही लेकिन न गिरफ्तारी हुई और न जांच आगे बढ़ी। सिर्फ समझौता व धमकी मिलने पर क्रम जरूरी रहा।
सड़क के बीच खड़ी की एंबुलेंस, एक घंटे तक हंगामा
मेरठ में केएमसी अस्पताल में भर्ती किशोरी की मौत की जानकारी पर स्वजन का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने पुलिस पर आरोपितों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। जैसे ही अस्पताल की एंबुलेंस शव लेकर चली, तो स्वजन उसके आगे लेट गए। इसके बाद उसे बागपत रोड पर बीच सड़क पर खड़ा करने धरने पर बैठ गए। हंगामे की सूचना पर टीपीनगर थाना पुलिस पहुंचे और स्वजन को समझाने का प्रयास कियिा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपितों से रुपये ले लिए, जिसके चलते कार्रवाई नहीं हो रही है। उनको लगातार धमकी मिल रही है। करीब एक घंटे तक स्वजन हंगामा करते हुए। पुलिस ने आश्वासन दिया कि आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी भेज दिया गया।
इनका कहना है
पीड़िता की रिपोर्ट दर्ज के साथ बयान हो गए थे। दबिश के बावजूद आरोपित पकड़ से बाहर थे। पीड़िता ने थाना परिसर में नहीं बल्कि बाहर से ही जहर खाकर आयी थी। जैसे ही उल्टी हुई चिकित्सक के यहां ले गए।
- आनंद मिश्रा, एसओ थाना परीक्षितगढ़।
छेड़छाड़ के आरोपित दे रहे तेजाब फेंकने की धमकी
मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र निवासी युवती पड़ोसी युवक से परेशान है। आरोपित रास्ता रोकता है। शिकायत करने पर मारपीट पर उतारू हो जाता है। उसकी फर्जी आइडी बनाकर रिश्तेदारों को अश्लील मैसेज भेजता है। उसका रिश्ता भी तुड़वा चुका है। पुलिस से शिकायत के बाद आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट तो दर्ज हो गई थी, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। इसकेे चलते ही आरोपित तेजाब डालने की धमकी दे रहा है। शुक्रवार को स्वजन सारथी संस्था की अध्यक्ष कल्पना पांडेय के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद आरोपित खुलेआम घूम रहा है। फोन पर धमकी दी जा रही है। इसके चलते ही परिवार के लोग दहशत में हैं। शिकायत सुनने के बाद एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने थाना पुलिस को आरोपित को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। इस दौरान संस्था के अशोक और रोहित भी साथ थे।