Meerut Molestation case: बस में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता के बयान क्यों नहीं हुए दर्ज, पीड़िता या पुलिस कौन बोल रहा है झूठ?
पुलिस का दावा है कि पीडि़ता बयान देने के लिए टाल रही है जबकि पीडि़ता कहना है कि बयान के लिए पूरी तरह से तैयार है। अब इसी असमंजस में मामला अटक गया है कि पुलिस झूठ बोल रही है या पीड़िता।
मेरठ, जेएनएन। रोडवेज की अनुबंधित बस के अंदर महिला से सामूहिक दुष्कर्म की सनसनीखेज घटना 12 दिन बाद भी पीडि़ता के अदालत में बयान नहीं कराए गए। उससे साफ है कि पुलिस की विवेचना किस तरह से हो रही होगी। पुलिस का दावा है कि पीडि़ता बयान देने के लिए टाल रही है, जबकि पीडि़ता कहना है कि बयान के लिए पूरी तरह से तैयार है। अब इसी असमंजस में मामला अटक गया है कि पुलिस झूठ बोल रही है या पीड़िता। पुलिस ने ही बुधवार को अदालत में बयान के लिए पीड़िता को बुलाया है।
यह था पूरा मामला
सरूरपुर के एक गांव की रहने वाली महिला को दिल्ली स्टैंड से चालक बर्खास्त फौजी सुनील चौधरी निवासी बसा टिकरी जानी और परिचालक अरविंद कुमार निवासी पट्टी थाना भोजपुर गाजियाबाद ने बस में बैठा लिया। उसके बाद मेवलापुर के नीचे बस खड़ी कर महिला से सामूहिक दुष्कर्म किया। उसके बाद चालक और परिचालक ने महिला को मेवाला पुल के पास सड़क पर छोड़ दिया। महिला की तरफ मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया।
अभी तक घटना स्थल नहीं पता कर पाई पुलिस
वारदात को 12 दिन का समय बीतने के बाद पुलिस अभी तक घटना स्थल तय नहीं कर पाई। पुलिस का दावा है कि महिला से देवलोक कालोनी में एक खाली प्लाट के अंदर सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। पुलिस का कहना है कि महिला अदालत में दिए 164 सीआरपीसी के बयानों में भी घटना स्थल का जिक्र करेगी। उसके बाद पुलिस घटना स्थल की पड़ताल करेगी। उससे भी अहम बात है कि अभी तक पुलिस पीडि़ता के अदालत में बयान दर्ज नहीं करा पाई।
अब बुधवार को होंगे बयान
विवेचक नरेंद्र कुमार का कहना है कि हर रोज पीड़िता को बयान के लिए कहा गया था। इंस्पेक्टर भी एक दिन महिला के घर पर गए थे। अब महिला ने बुधवार को बयान देने की बात कही है। महिला अगर आ गई तो उसके बयान आज करा दिए जाएगे। उधर, पीडि़ता के पति का कहना है कि वारदात के बाद से ही पीडि़ता अदालत में बयान देने के लिए तैयार है। पुलिस उसे बयानों के लिए ले नहीं जा रही है। पुलिस ने बुधवार को बयान कराने के लिए कहा है। घर पर पुलिस के आने का इंतजार करेंगे।
नोटिस किया जाएगा जारी
पीडि़ता के बुधवार को अदालत में बयान दर्ज करा दिए जाएंगे। पुलिस उसे घर से बयानों के लिए लेने जाएगी। पीडि़ता को हर रोज बयान के लिए कहा जा रहा है। लेकिन वह बयान कराने को तैयार नहीं है। यदि बुधवार को भी पीडि़ता तैयार नहीं हुई तो उसे थाने स्तर से नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा। -अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी