जवाहरनगर की आधा दर्जन अवैध फैक्ट्रियां बंद
संबंधित विभागों की एनओसी के बिना चल रही थीं अवैध फैक्ट्रियां।
मेरठ, जेएनएन। कंकरखेड़ा क्षेत्र की रोहटा रोड स्थित जवाहरनगर में बुधवार को अवैध फैक्ट्री में स्टीमर फटने से तीन मजदूरों के गंभीर रूप से घायल होने के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई। जवाहरनगर स्थित करीब आधा दर्जन अवैध फैक्ट्रियों को पुलिस ने अगले आदेश तक बंद करा दिया है। इनके पास संबंधित विभागों की एनओसी नहीं थी। रिहायशी क्षेत्र में ये फैक्ट्रियां सालों से धड़ल्ले से चल रही थीं।
जवाहरनगर में गोस्वामी पब्लिक स्कूल के सामने रिहायशी क्षेत्र में कपिल गुगलानी की बैडमिटन के फ्रेम पर पेंट करने की फैक्ट्री चल रही थी। फैक्ट्री में पांच मजदूर काम करते हैं। बुधवार को इसमें स्टीमर फटने से तेज धमाका हुआ। स्टीमर के पास काम कर रहे तीन मजदूर घायल हो गए। फैक्ट्री की दीवार और गेट भी उखड़कर गिर गए। कपिल के फूफा मेहरचंद के मकान की दीवार और लिंटर में दरार आ गई थी। कपिल के पास फैक्ट्री संचालन को फायर, लघु उद्योग, बिजली निगम, फायर ब्रिगेड आदि की एनओसी नहीं है। इसी तरह कालोनी के बीचोंबीच करीब आधा दर्जन अन्य फैक्ट्रियां भी संचालित हैं, जिनके पास एनओसी नहीं है। इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा तपेश्वर सागर ने बताया कि जवाहरनगर में छह अन्य फैक्ट्रियों को बंद कराया है। संबंधित विभागों को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है।
नहीं टूटी विभागों की नींद
इतने बड़े हादसे के बाद भी विभागीय अफसरों की नींद नहीं टूटी। बुधवार को हादसे के बाद अथवा गुरुवार को बिजली निगम, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, फायर ब्रिगेड, लघु उद्योग से जुड़ा कोई भी अफसर सुध लेने नहीं पहुंचा।
बिना एनओसी संचालित थी फैक्ट्री
मौके पर पहुंचीं एसीएम सदर सुनीता सिंह का कहना है कि कपिल गुगलानी की फैक्ट्री अवैध रूप से संचालित थी। संबंधित विभागों को अवैध फैक्ट्रियों का संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए।