पुलिस से धक्कामुक्की और बलवा करने के मामले में छह आरोपितों को भेजा जेल, जाने पूरा मामला Meerut News
मौके पर पहुंचे क्राइम इंस्पेक्टर और दारोगा से भी धक्का मुक्की की थी। थाना प्रभारी ने पुलिस बल के साथ भीड़ को लाठी से खदेड़ा और युवक को बंधकमुक्त कराते हुए पशुओं को भी छुड़ाया था।
मेरठ, जेएनएन। कंकरखेड़ा के फाजलपुर अनूपनगर में शनिवार को बंधक युवक को छुड़ाने गई पुलिस से धक्कामुक्की और बलवा करने के आरोप में पुलिस ने दो महिलाओं समेत पांच लोगों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। बाकी फरार आरोपितों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपितों की तलाश कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस मामले अन्य आरोपितों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रूपक हत्याकांड से जुडा है मामला
फाजलपुर अनूपनगर निवासी रूपक उर्फ भूरी की उसी के दोस्त विकास उर्फ चौंसठ ने अपने चार दोस्तों संग मिलकर गोली मारकर हत्या की और शव के टुकड़े कर रोहटा क्षेत्र के गांव जिटौला के बोरवेल में फेंक दिए थे। पुलिस ने मुख्य आरोपित विकास उर्फ चौंसठ समेत चारों आरोपितों को जेल भेज चुकी है। बोरवेल से मिले अवशेष को डीएनए टेस्ट को लखनऊ लैब भेजा जा चुका है। वहीं नौ जुलाई को आरोपित विकास की डेयरी से चार दुधारू पशुओं को रूपक के परिजन और पड़ोसियों ने खोलकर अपने कब्जे में ले लिए थे। शनिवार को विकास का रिश्तेदार हेमराज पशुओं को लेने पहुंचा था, जहां रूपक के परिजन और पड़ोसियों ने हेमराज को बंधक बनाकर पीटा।
दारोगा से भी की गई थी धक्का मुक्की
मौके पर पहुंचे क्राइम इंस्पेक्टर और दारोगा से भी धक्का मुक्की की थी। थाना प्रभारी ने पुलिस बल के साथ भीड़ को लाठी से खदेड़ा और युवक को बंधकमुक्त कराते हुए पशुओं को भी छुड़ाया था। इंस्पेक्टर बीएस राणा ने बताया कि पुलिस ने बंधक बनाने व बलवा करने के आरोपित टीटू पुत्र किशन, राजेश पुत्र तेजराम, जयप्रकाश पुत्र स्व: मछुआ, राजकुमारी पत्नी श्रीचंद, सुरेंद्री पत्नी सत्ते निवासी अनूपनगर फाजलपुर को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।