मेरठ बवाल: मछेरान की ओर दौड़ रहे मददगार, बवालियों की तलाश जारी
मेेेेरठ मछेरान में बवालियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। चिंहित लोगों की गिरफ्तारी के लिए कई लोग हिरासत में भी लिए गए हैं।
By Taruna TayalEdited By: Published: Sun, 10 Mar 2019 12:44 PM (IST)Updated: Sun, 10 Mar 2019 12:44 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। भूसा मंडी मछेरान में बवालियों की तलाश में दबिश दी जा रही है। चिंहित लोगों की गिरफ्तारी के लिए कई लोग हिरासत में भी लिए गए हैं। मददगारों की दौड़ भी लग रही है। लोगों की मांग है कि सरकार उनके आशियाने बनाकर दे।
शुरू किए आशियाने बनाने
आगजनी के बाद तबाह हुए 150 से अधिक परिवारों ने अपने आशियाने बनाने शुरू कर दिए हैं। आर्थिक मदद के अलावा कुछ लोगों ने कर्ज लिया है और वह जरूरी सामान खरीदने लगे हैं। रविवार सुबह दर्जनों लोगों ने साफ-सफाई कर दोबारा झुग्गी-झोपड़ी बनाने की तैयारी शुरू की। बच्चे से लेकर बड़े तक आशियाना बनाने के लिए मशक्कत कर रहे हैं। मददगारों की दौड़ का सिलसिला भी जारी है। खाना, कपड़े व नकदी देकर पीड़ित परिवारों को बसाने लगे हैं।
सिस्टम के प्रति टीस
पीड़ित परिवारों में सिस्टम के प्रति टीस है। उनका कहना है कि अवैध निर्माण ढहाने गई पुलिस और कैंट बोर्ड की टीम ने उन पर कहर बरपाया। उनके जीवनभर की कमाई जल चुकी है। उन्हें संभलने में अब कई साल लग जाएंगे। दिन-रात मेहनत करने के बाद वह दोबारा अपने परिवारों को बसा पाएंगे।
बवालियों की तलाश जारी, कई हिरासत में
बवालियों की तलाश जारी है और शनिवार देर रात पुलिस ने चिंहित किए गए आरोपितों की तलाश के लिए कई लोगों को हिरासत में भी लिया। आरोपितों के रिश्तेदारों और परिचितों के यहां भी दबिश दी जा रही है।
ये है मामला
सदर थाना क्षेत्र के भूसा मंडी मछेरान में कैंट बोर्ड व पुलिस टीम अवैध निर्माण ढहाने गई थी। निर्माण गिराकर पुलिस चली गई और इसके बाद वहां स्थित 150 से अधिक झुग्गी-झोपडिय़ों में आग लग गई। विरोध में लोगों ने तोड़फोड़ कर पूरा बवाल काटा। अभी भी वहां पुलिस और आरएएफ का पहरा है।
इन्होंने बताया
माहौल पूरी तरह सामान्य है। बवाल करने वालों की तलाश की जा रही है। बहुत जल्द सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
-डा. अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी
शुरू किए आशियाने बनाने
आगजनी के बाद तबाह हुए 150 से अधिक परिवारों ने अपने आशियाने बनाने शुरू कर दिए हैं। आर्थिक मदद के अलावा कुछ लोगों ने कर्ज लिया है और वह जरूरी सामान खरीदने लगे हैं। रविवार सुबह दर्जनों लोगों ने साफ-सफाई कर दोबारा झुग्गी-झोपड़ी बनाने की तैयारी शुरू की। बच्चे से लेकर बड़े तक आशियाना बनाने के लिए मशक्कत कर रहे हैं। मददगारों की दौड़ का सिलसिला भी जारी है। खाना, कपड़े व नकदी देकर पीड़ित परिवारों को बसाने लगे हैं।
सिस्टम के प्रति टीस
पीड़ित परिवारों में सिस्टम के प्रति टीस है। उनका कहना है कि अवैध निर्माण ढहाने गई पुलिस और कैंट बोर्ड की टीम ने उन पर कहर बरपाया। उनके जीवनभर की कमाई जल चुकी है। उन्हें संभलने में अब कई साल लग जाएंगे। दिन-रात मेहनत करने के बाद वह दोबारा अपने परिवारों को बसा पाएंगे।
बवालियों की तलाश जारी, कई हिरासत में
बवालियों की तलाश जारी है और शनिवार देर रात पुलिस ने चिंहित किए गए आरोपितों की तलाश के लिए कई लोगों को हिरासत में भी लिया। आरोपितों के रिश्तेदारों और परिचितों के यहां भी दबिश दी जा रही है।
ये है मामला
सदर थाना क्षेत्र के भूसा मंडी मछेरान में कैंट बोर्ड व पुलिस टीम अवैध निर्माण ढहाने गई थी। निर्माण गिराकर पुलिस चली गई और इसके बाद वहां स्थित 150 से अधिक झुग्गी-झोपडिय़ों में आग लग गई। विरोध में लोगों ने तोड़फोड़ कर पूरा बवाल काटा। अभी भी वहां पुलिस और आरएएफ का पहरा है।
इन्होंने बताया
माहौल पूरी तरह सामान्य है। बवाल करने वालों की तलाश की जा रही है। बहुत जल्द सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
-डा. अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी
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