Coronavirus Update: खुले घूम रहे होम आइसोलेशन के मरीज, जानिए घर पर कोरोना इलाज के क्या हैं नियम Meerut News
Coronavirus Update कोरोना संक्रमित कई मरीजों के स्वजन मोहल्ले और बाजारों में घूम रहे हैं। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। इससे विभाग भी सकते में है।
मेरठ, जेएनएन। Coronavirus Update कोरोना संक्रमित कई मरीजों के स्वजन मोहल्ले और बाजारों में घूम रहे हैं। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। 72 घंटों में स्वजनों की कोरोना जांच अनिवार्य है। इसके बाद ही वे लोग बाहर निकल सकते हैं। होम आइसोलेशन की गाइडलाइन का अनुपालन न करने की वजह से विभाग ने दर्जनभर मरीजों को घर से अस्पताल भेज दिया।
वरना मरीजों को भेजिए अस्पताल में
सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि होम आइसोलेशन की शर्तें पूरी तरह साफ हैं। यह उन्हीं मरीजों को दी जाती है, जो एसिम्टोमेटिक यानी उनमें कोई लक्षण नहीं उभरते हैं। जिले में अब तक 112 मरीज होम आइसोलेशन में रखे गए। सीएमओ का साफ कहना है कि घर में रहते हुए पूरी तरह आइसोलेट रहना होगा। अन्यथा मरीजों को अस्पताल भेजना चाहिए। कोरोना के रोजाना 70 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। इससे सामुदायिक संक्रमण की आशंका बढ़ी हुई है। बाजारों में आवाजाही तेज होने और एसिम्टोमेटिक मरीजों की संख्या ज्यादा होने से संक्रमण का ग्राफ बढ़ता जा रहा है।
घर पर कोरोना इलाज का नियम
- संक्रमित मरीज के घर के सभी सदस्यों की 72 घंटे के अंदर जांच जरूरी। निगेटिव आने वाले ही बाहर घूम सकेंगे।
- मरीजों में कोई लक्षण नहीं होना चाहिए। बुखार, खांसी और सांस फूलने पर मरीज को कोविड वार्ड भेजना जरूरी होगा।
- किसी में लक्षण हैं और रिपोर्ट नेगेटिव आई तो उसकी दोबारा आरटी-पीसीआर जांच जरूरी होगी।
- मरीज के लिए अलग कमरा होना चाहिए। घर में कम से कम दो शौचालय होंगे। एक में मरीज और दूसरे में बाकी अन्य जाएंगे।
- मरीज के लिए घर में एक केयरटेकर होगा। पीपीई किट, आक्सीमीटर, थर्मोस्कैन और सैनिटाइजर भी होना चाहिए।
- बाहर का कोई व्यक्ति मरीज के घर नहीं जाएगा।