पंचायत चुनाव: आज प्रशिक्षण न लिया तो होगी एफआइआर, अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों को नोटिस Meerut News
मेरठ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए 2346 बूथ निर्धारित किए गए हैं। इनके लिए रिजर्व समेत कुल 2816 पोलिंग पार्टियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सोमवार को प्रशिक्षण का अंतिम दिन है। आज भी प्रशिक्षण न लेने वाले कर्मियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।
मेरठ, जेएनएन। पंचायत चुनाव की तैयारियों के तहत तीन दिन से पोलिंग पार्टियों में शामिल कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन तीन दिन के दौरान कुल 437 कर्मचारी गैरहाजिर रहे। रविवार को 760 पोलिंग पार्टियों में शामिल 3040 कर्मचारियों को प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया था। इनमें से 162 कर्मचारी गैरहाजिर रहे। सोमवार को प्रशिक्षण का अंतिम दिन है। इस दिन बाकि पोलिंग पार्टियों के साथ-साथ रिजर्व में रखे गए कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाना है। पंचायत चुनाव के कार्मिक प्रभारी सीडीओ शशांक चौधरी ने बताया कि अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों को भी नोटिस जारी करके सोमवार को प्रशिक्षण जरूर लेने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि सोमवार को भी प्रशिक्षण न लेने वाले कर्मियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई जाएगी व विभागीय कार्रवाई भी होगी।
कुल 2816 पोलिंग पार्टियों का होगा प्रशिक्षण
जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए 2346 बूथ निर्धारित किए गए हैं। इनके लिए रिजर्व समेत कुल 2816 पोलिंग पार्टियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रत्येक पोलिंग पार्टी में पीठासीन समेत चार कर्मचारी शामिल हैं। प्रशिक्षण एसडी इंटर कालेज सदर व उसी से सटे दीवान पब्लिक स्कूल में दिया जा रहा है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए इस बार कमरों की संख्या बढ़ा दी गई है। रोजाना दो पालियों में कुल 760 पोलिंग पार्टियों में शामिल 3040 कर्मचारियों को प्रशिक्षण के लिए बुलाया जा रहा है।
पहले दस पेज में कोरोना से बचाव का प्रशिक्षण
प्रशिक्षण के दौरान सबसे पहले पोलिंग पार्टियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बूथ के भीतर व बाहर किए जाने वाले उपायों की जानकारी दी जा रही है। सीडीओ शशांक चौधरी ने बताया कि पावर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से दिए जा रहे प्रशिक्षण में सबसे पहले दस पेज कोरोना से बचाव के उपाय को लेकर शामिल किए गए हैं। पोलिंग पार्टियों को ग्लव्स, सैनिटाइजर, साबुन आदि उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही बूथ के बाहर मतदाताओं की लाइन के लिए दो-दो गज की दूरी पर गोले बनाए जाएंगे।
चुनाव ड्यूटी में जाएंगी 159 रोडवेज बसें
चुनाव ड्यूटी में प्रशासन ने रोडवेज से 159 बसें मांगी हैं। यह बसों सोहराब गेट, भैंसाली और मेरठ डिपो से भेजी जाएंगी। क्षेत्रीय प्रबंधक केके शर्मा ने बताया कि मांग के अनुसार बसें भेजी जाएंगी।
कब कितने कर्मचारी रहे अनुपस्थित
9 अप्रैल 135
10 अप्रैल 140
11 अप्रैल 162
कुल 437
रविवार को ये रहे अनुपस्थित
पीठासीन अधिकारी 37
मतदान अधिकारी प्रथम 41
मतदान अधिकारी द्वितीय 39
मतदान अधिकारी तृतीय 45
कुल अनुपस्थित 162
एडीजी ने पुलिस लाइन में अफसरों के साथ बैठक की
पंचायत चुनाव की तैयारियां अंतिम दौर में चल रही हैं। एडीजी ने पुलिस लाइन में अफसरों के साथ बैठक की। उन्होंने फोर्स के जाने और आने, संवेदनशील बूथ और आगामी त्योहारों को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए। रविवार दोपहर पुलिस लाइन में पंचायत चुनाव को लेकर बैठक हुई। एडीजी राजीव सभरवाल, आइजी प्रवीण कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी की। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि पहले चरण के चुनाव के लिए मेरठ से पुलिस फोर्स सहारनपुर जाएगा। इसके बाद मुजफ्फरनगर फोर्स भेजा जाएगा। तीसरे चरण में मेरठ में चुनाव होना है, इसलिए दोनों जनपदों का फोर्स मेरठ आएगा। संवेदनशील बूथों के लिए पैरा मिलिट्री फोर्स की मांग की गई है। पीएसी के जवानों के साथ ही होमगार्ड को भी लगाया जाएगा। एडीजी ने अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के खिलाफ अभियान चलाने व शराब तस्करों पर नजर रखने के निर्देश दिए। एडीजी और आइजी ने त्योहारों को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
पहले प्रशिक्षण प्राप्त करें। इसके बाद ही ड्यूटी काटने अथवा न काटने पर होगा फैसला
जिला प्रशासन इस बार चुनाव ड्यूटी को लेकर खासा सख्त है। ड्यूटी कटवाने का आवेदन करने वाले कर्मियों-अफसरों को साफ कहा जा रहा है कि पहले प्रशिक्षण प्राप्त करें। इसके बाद ही ड्यूटी काटने अथवा न काटने पर फैसला लिया जाएगा। चुनाव ड्यूटी कटवाने के लिए सैकड़ों लोगों के आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, लेकिन अभी तक एक भी कर्मचारी की ड्यूटी नहीं काटी गई है। भले ही कर्मचारी मेडिकल बोर्ड अथवा अन्य अफसरों के सामने पेश हो चुका हो। पंचायत चुनाव में लगी ड्यूटी को कटवाने के लिए बड़ी संख्या में कर्मचारी अधिकारी परेशान हैं। बीमारी व अन्य शारीरिक परेशानी के कारण ड्यूटी कटवाने का आवेदन करने वाले कर्मियों की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड तैनात किया गया, जबकि शादी, गर्भावस्था, दुधमुंहा बच्चा व अन्य कारण बताने वाले कर्मियों के लिए अलग से वरिष्ठ अफसरों की टीम तैनात की गई। कर्मचारी-अधिकारी पिछले कई दिन से लगातार मेडिकल बोर्ड और अफसरों की टीम के सामने पेश हो रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी भी ड्यूटी काटने पर निर्णय नहीं लिया गया है। पंचायत चुनाव के प्रभारी कार्मिक सीडीओ शशांक चौधरी का कहना है कि ट्रेनिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही आवेदनों पर विचार होगा।