13 निर्धनों के दिल में बिना धन के लगाए पेस मेकर
चिकित्सा सेवा जैसे पवित्र कार्य में भी व्यवसाय और पैसा हावी हो गया है, लेकिन मंगलवार को शहर में वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. राजीव अग्रवाल के प्रयास से खिदमत की नायाब इबारत लिखी गई। जसवंत राय स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में पेसमेकर शिविर लगाया गया। इसमें मेरठ और अन्य जिलों के 13 गरीब मरीजों के हृदय में निशुल्क पेसमेकर लगाए गए। अब ये हृदय रोगी फिर से सामान्य जिंदगी बसर करेंगे।
मेरठ। चिकित्सा सेवा जैसे पवित्र कार्य में भी व्यवसाय और पैसा हावी हो गया है, लेकिन मंगलवार को शहर में वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. राजीव अग्रवाल के प्रयास से खिदमत की नायाब इबारत लिखी गई। जसवंत राय स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में पेसमेकर शिविर लगाया गया। इसमें मेरठ और अन्य जिलों के 13 गरीब मरीजों के हृदय में निशुल्क पेसमेकर लगाए गए। अब ये हृदय रोगी फिर से सामान्य जिंदगी बसर करेंगे।
मंगलवार को जसवंत राय स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ने यूएसए के बोसटन कार्डियक फाउंडेशन के साथ मिलकर अस्पताल कैंपस में 19वां निशुल्क स्थाई पेस मेकर कैंप लगाया। कैंप में डेढ़ से दो लाख रुपये तक के पेसमेकर 13 हृदय रोगियों को निशुल्क लगाए गए। मेरठ से तीन, मुजफ्फनगर से दो, बुलंदशहर से एक, शामली से एक, जौनपुर से एक, गौतमबुद्धनगर से एक, बलिया से एक, बिजनौर से एक, हापुड़ के एक मरीज को पेसमेकर लगाया गया। इससे मरीज देशराज, इनामुल्लाह, इलयास, बालधर, डालचंद, सलेख चंद, मुनक्खा, अमरीता, रामबीरी, मीरा देवी, जगमाली, गीता शर्मा और मल्ला देवी को नई जिंदगी नसीब हो सकेगी। डॉ. सलील मिढा, डॉ. राजीव अग्रवाल, डॉ. एस कुमार, डॉ. राकेश मौर्य व स्टाफ ब्रांडा हुडें ने पेसमेकर लगाने का कार्य किया। जसवंत राय अस्पताल के डा. एससी अग्रवाल, शैलेंद्र अग्रवाल, राजीव रस्तोगी व अशोक राजवंशी का भी सहयोग रहा। इस दौरान शिवा शंकरन पेसमेकर के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद रहे।
19 साल पहले शुरू हुआ था नेक काम
डॉ. राजीव अग्रवाल ने बोसटन कार्डियक फाउंडेशन के डॉ. सलील मिढा का आभार व्यक्त किया। कहा कि इनके बिना गरीबों की सेवा करना मेरे लिए सपने जैसा था। 19 साल से यह पुण्य कार्य किया जा रहा है। इससे पहले 360 मरीजों को पेस मेकर लगाए जा चुके हैं। डा. सलील मिढा ने कहा कि 19 सालों में मेरठ से ऐसा नाता बन गया है कि अब फरवरी के महीने का बेसब्री से इंतजार रहता है।
जीने की नई उम्मीद मिली
अधिकतर मरीज आर्थिक रूप से बेहद कमजोर थे। 71 वर्षीय डालचंद खतौली में चाय बेचते हैं। 62 वर्षीय जगमाली गौतमबुद्ध नगर के पति मजदूरी करते हैं। बुलंदशहर के 48 वर्षीय गीता शर्मा मजदूरी कर परिवार चलाती हैं। मरीजों के परिजनों ने बताया कि पेसमेकर लगाने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। जिंदगी की आस टूट चुकी थी। डॉ. राजीव अग्रवाल से मिले। आज पेस मेकर लगाकर उन्होंने जिंदगी देने का काम किया है। इनका कहना है
कुल 24 लाख रुपये कीमत के पेस मेकर लगाए गए हैं। दवाइयां और मेडिकल चेकअप भी निश्शुल्क कराया जाएगा। एक पेस मेकर 10 से 15 साल काम करेगा। अब यह कैंप अगले वर्ष 2020 की फरवरी में लगेगा। इसके लिए जरूरतमंद www.ढ्डश्रह्यह्लश्रठ्ठष्ड्डह्मस्त्रद्बड्डष्द्घश्रह्वठ्ठस्त्रड्डह्लद्बश्रठ्ठ.श्रह्मद्द
पर रजिस्ट्रेशन करा लें।
-डॉ. राजीव अग्रवाल, निदेशक जसवंत राय अस्पताल