Oxygen Crisis in Meerut: ऑक्सीजन के लिए सुबह से शाम तक कतार, वीआइपी कल्चर होने से जमकर हंगामा
ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने की जद्दोजहद अभी कम नहीं हुई है। गुरुवार को सुबह से लेकर शाम तक गैस प्लांट पर लोगों की भीड़ रही। शाम को बारिश और आंधी के बीच भी लोग गैस के इंतजार में गैस प्लांट पर दिखे। वहीं वीआइपी कल्चर से जमकर हंगाम हुआ।
मेरठ, जेएनएन। ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने की जद्दोजहद अभी कम नहीं हुई है। गुरुवार को सुबह से लेकर शाम तक गैस प्लांट पर लोगों की भीड़ रही। शाम को बारिश और आंधी के बीच भी लोग गैस के इंतजार में गैस प्लांट पर दिखे। रिठानी स्थित माहेश्वरी प्लांट पर हर दिन आम लोगों को करीब 200 सिलेंडर दिए जा रहे हैं। इसके लिए सुबह चार बजे से लोग प्लांट पर पहुंच गए। देर शाम तक लोगों की लाइन लगी रही। मेरठ के अलावा हापुड़, बुलंदशहर से भी लोग सिलेंडर लेने पहुंचे। प्लांट पर लोगों को बताया गया कि जिनके मरीज की रिपोर्ट पाजिटिव है सिर्फ उन्हें ही सिलेंडर दिया जाएगा।
बुधवार को गैस प्लांट पर हंगामे को देखते हुए पुलिस भी तैनात रही। उधर, उद्योगपुरम स्थित अग्रवाल गैस प्लांट पर गैस नहीं आई, जिसकी वजह से लोगों को बैरंग लौटना पड़ा। अग्रवाल गैस प्लांट पर शुक्रवार को गैस मिलेगी। हापुड़ निवासी अकरम का कहना है कि मेरे पिताजी को सांस की दिक्कत है। घर पर दवाई चल रही है। सांस लेने में तकलीफ होने पर सिलेंडर लेने आया था। लेकिन प्लांट पर कोरोना की रिपोर्ट मांगी गई। गैस नहीं मिली तो वापस आना पड़ा। शाम को घर पर ही डिप लगवानी पड़ी। वहीं मेरठ निवासी चंद्रभान ने बताया कि सुबह ऑक्सीजन लेने के लिए प्लांट पर पहुंचा। प्लांट पर कारण भी नहीं बताया गया। हर कोशिश के बाद गैस नहीं मिली तो वापस आना पड़ा।
ऑक्सीजन लेने आए लोगों ने किया हंगामा
ऑक्सीजन को लेकर मारामारी मची हुई है। घरों और अस्पतालों में अपने मरीज के लिए ऑक्सीजन लेने वालों की लाइन लंबी होती जा रही है। गुरुवार को पूठा के माहेश्वरी प्लांट पर सिलेंडर लेने आए लोगों ने हंगामा कर दिया। गेट के बाहर बैठकर प्रवेश पर रोक लगा दी। उनका आरोप था कि लग्जरी वाहनों में सवार होकर आने वाले लोगों को पुलिस की मदद से तुरंत सिलेंडर उपलब्ध कराया जा रहा है, जबकि लाइन में लगे लोगों को छह से सात घंटे बीत गए। पूठा के माहेश्वरी प्लांट पर ऑक्सीजन सिलेंडर लेने वालों की लाइन बहुत लंबी हो गई थी। लोगों की इतनी भीड़ थी कि कोरोना संक्रमण की परवाह किए बिना लोग सिलेंडर लेने की जद्दोजहद में थे। छह घंटे तक लाइन में लगने के बाद भी लोगों को सिलेंडर नहीं मिल पा रहा था।