Oxygen Crisis in Meerut: आक्सीजन प्लांट पर मारपीट, एक-दूसरे के छीने सिलेंडर, वीडियो वायरल
मेरठ में रविवार रात पूठा के माहेश्वरी आक्सीजन प्लांट पर सिलेंडर लेने को लेकर मारपीट हो गई। भीड़ ने एक दूसरे का सिलेंडर भी छीन लिया। पुलिस मौके पर पहुंची। डंडा फटकारने के बाद भीड़ को काबू किया गया। घटनाक्रम की वीडियो भी वायरल हो गई।
मेरठ, जेएनएन। आक्सीजन की मारामारी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। आफिस में बैठकर अफसर दावा कर रहे हैं कि अस्पतालों में मरीजों से सिलेंडर नहीं मांगा जा रहा हैं, जबकि अस्पतालों में भर्ती मरीज को सिलेंडर देने और घर पर जमा करने की होड़ लगी हुई है। रविवार रात पूठा के माहेश्वरी आक्सीजन प्लांट पर सिलेंडर लेने को लेकर मारपीट हो गई। भीड़ ने एक दूसरे का सिलेंडर भी छीन लिया। पुलिस मौके पर पहुंची। डंडा फटकारने के बाद भीड़ को काबू किया गया। घटनाक्रम की वीडियो भी वायरल हो गई।
पूठा के माहेश्वरी आक्सीजन प्लांट पर रात करीब आठ बजे सिलेंडर लेने वालों की लंबी कतार लगी हुई थी। कई -कई घंटे से लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच पुलिस ने भीड़ को नजरअंदाज कर कुछ लोगों को आगे से सिलेंडर दिला दिए, जिसके बाद भीड़ में भड़क गई। लाइन में लगे लोगों में मारपीट शुरू हो गई। लोग एक दूसरे का सिलेंडर छीनने लगे। करीब आधा घंटे तक जमकर हंगामा हुआ।
उसके बाद पुलिस ने लाठी फटकार कर भीड़ को काबू में किया। वहां मौजूद लोगों का कहना है कि पुलिसकर्मी अपनी जान पहचान वालों को लाइन तोड़कर सिलेंडर मुहैया करा रहे हैं। इंस्पेक्टर नजीर अली ने बताया कि पुलिस फोर्स लेकर मौके पर पहुंच गए थे। एसडीएम और सीओ भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि भीड़ को शांत कर लाइन में लगा दिया है। जल्द ही आक्सीजन मुहैया कराई जा रही है।
पूर्व महापौर के दामाद से आक्सीजन के नाम पर ठगी
पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया के दामाद परमवीर सिंघल से ठगों ने आक्सीजन सिलेंडर के नाम पर पांच हजार रुपये ठग लिए। पूर्व महापौर सपरिवार गंगानगर में रहते हैं। उनके दामाद परमवीर सिंघल शिक्षक हैं। परमवीर ने बताया कि उनकी मां को कोरोना है। इसके लिए उन्हें आक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही थी। उन्होंने आक्सीजन के लिए एक मोबाइल नंबर पर बात की। सिलेंडर की होम डिलीवरी भेजने के लिए बात तय हो गई। परमवीर ने कहा कि उन्होंने दिए गए पेटीएम नंबर पर दो हजार व तीन हजार रुपये आनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद ठग ने सात हजार रुपये और मांगे। परमवीर ने ट्रांसफर करने से इंकार कर दिया। परमवीर को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने एसएसपी से लिखित शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है।