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मेरठ में प्राणवायु का संकट : माता-पिता की सांसों के लिए कतार में लगा पाजिटिव बेटा, युवक को देखते ही अफसर के उड़े होश

कोविड संक्रमित माता-पिता की सांसों की डोर मजबूत करने के लिए आक्सीजन सिलेंडर लेने को कतार में खड़े कोरोना पाजिटिव बेटे की यह लापरवाही है या मजबूरी कह पाना कठिन है लेकिन सच यही है कि ऐसा हुआ। पुलिस अफसर ने जब उसे देखा तो वे हैरान रह गए...

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 09:50 AM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 09:50 AM (IST)
मेरठ में प्राणवायु का संकट : माता-पिता की सांसों के लिए कतार में लगा पाजिटिव बेटा, युवक को देखते ही अफसर के उड़े होश
माहेश्वरी गैस प्लांट में संक्रमित युवक को डांट लगाते पुलिस अधिकारी।

मेरठ, जेएनएन।Oxygen Crisis In Meerut: मजबूरी जो न करा दे। हालांकि कभी-कभी मजबूरी में उठाया गया कदम दूसरे लोगों के लिए घातक भी हो सकता है। कोविड संक्रमित माता-पिता की सांसों की डोर मजबूत करने के लिए आक्सीजन सिलेंडर लेने को कतार में खड़े कोरोना पाजिटिव बेटे की यह लापरवाही है या मजबूरी, कह पाना कठिन है, लेकिन सच यही है कि ऐसा हुआ। शुक्रवार को दिल्ली रोड पर रिठानी के माहेश्वरी गैस प्लांट पर ऑक्‍सीजन सिलेंडर लेने पहुंचे युवक को वहां तैनात पुलिस अफसर ने पहचान लिया। उसे देखते ही डांट लगाई कि वह पाजिटिव होने के बाद भी लोगों के बीच क्यों खड़ा है। इससे वह और लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। एक दिन पहले भी पहचान कर बोलने के बाद भी यही लापरवाही क्यों कर रहा है। नम आंखों और कांपती आवाज में युवक ने कहा कि जब माता-पिता दोनों ही बीमार हैं तो मेरे अलावा कौन उनके लिए ऑक्‍सीजन लेने आएगा। जवाब सुन पुलिस अफसर थोड़ा रुके और युवक को समझाते हुए अलग खड़े होने का सुझाव दिया। अधिकारी ने कहा कि सिलेंडर आते ही वह उन्हें पहले दिलाने की कोशिश करेंगे।

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ऐसे और भी लोग होंगे, तुरंत ध्यान देने की जरूरत : अपनों की सांसें चलती रहें इसके लिए अपनी सांस को दांव पर लगाकर संक्रमण के दौर में भी भीड़ में खड़े होने वाले और भी जरूर होंगे। संभव है कि कतार में खड़ा हर दूसरा या तीसरा व्यक्ति संक्रमित हो। कुछ पहचाने चेहरे होंगे तो कुछ अनजान लोग होंगे। ऐसे में बीमार के लिए प्राण वायु लेने पहुंचे लोग अपनी सांसों पर संक्रमण का संकट लेकर घरों को लौट रहे हैं। इस संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए गैस प्लांटों के पास शारीरिक दूरी का पालन कराने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। पुलिस टीम तैनात जरूर है लेकिन वह भी प्लांट के भीतर की व्यवस्था ही संभालने में लगी रहती है। जाहिर है कि ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा बेहद बढ़ गया है, इस ओर जरूर ध्यान देना चाहिए।

घंटों इंतजार के बाद भी आक्सीजन नहीं

शुक्रवार को उद्योगपुरम के अग्रवाल गैस प्लांट और रिठानी के माहेश्वरी गैस प्लांट पर दिन भर लोगों को आक्सीजन का इंतजार करना पड़ा। माहेश्वरी गैस प्लांट के पास अधिक भीड़ न हो इसलिए ऑक्‍सीजन सिलेंडर वितरण की प्रक्रिया दिल्ली रोड पर कर दी गई है। प्लांट पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारी प्लांट से केवल अस्पतालों को ही सिलेंडर भेज रहे हैं लेकिन दिल्ली रोड पर सुबह से सिलेंडर का इंतजार कर रहे दो सौ से अधिक लोगों के लिए सिलेंडर नहीं भेजे गए। कतार में बहुत से ऐसे लोग भी थे जो गुरुवार से ही सिलेंडर के इंतजार में कतार में लगे थे लेकिन उन्हें शुक्रवार शाम पांच बजे तक भी सिलेंडर नहीं मिले। लोगों की नाराजगी को देखते हुए पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की। संचालक सुनील जैन के अनुसार जब तक प्रशासन ऑक्‍सीजन नहीं देता, हम दिल्ली रोड से लोगों को ऑक्‍सीजन वितरित नहीं कर सकते।

तीनों कागजों में एक नाम, नहीं तो आक्सीजन नहीं

अग्रवाल गैस प्लांट पर पर सुबह से ऑक्‍सीजन के लिए खड़े लोगों के सिलेंडर शाम चार बजे भरने शुरू हुए। सभी को कतार में रहने को कहा गया। व्यवस्था बिगाड़ने वालों को सिलेंडर न दिए जाने की चेतावनी दी। लोगों को बताया गया कि मरीज के आधार कार्ड, अस्पताल या चिकित्सक की पर्ची और कोविड की पाजिटिव रिपोर्ट में मरीज का नाम एक ही होना चाहिए तभी सिलेंडर मिलेगा। 


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