UP Election 2022: मुजफ्फरनगर में भाजपा प्रत्याशी विक्रम सैनी का विरोध, नारेबाजी की, उल्टे पैर लौटे
UP Assembly Election 2022 भैंसी गांव में खतौली के भाजपा विधायक व प्रत्याशी विक्रम सैनी का ग्रामीणों ने विरोध किया। उनके खिलाफ नारेबाजी की। इससे पहले मुनव्वरपुर कलां में भी उनका विरोध हुआ था। जनसंपर्क करने पहुंचे थे विधायक व प्रत्याशी।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। भैंसी गांव में खतौली के भाजपा विधायक व प्रत्याशी विक्रम सैनी का ग्रामीणों ने विरोध किया। उनके खिलाफ नारेबाजी की। इससे पहले मुनव्वरपुर कलां में भी उनका विरोध हुआ था।गुरुवार रात विधायक विक्रम सैनी काफिले के साथ गांव भैंसी में जनसंपर्क करने पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। विधायक के काफिले को घेरकर नारेबाजी की। कहा कि पांच साल बाद विधायक गांव में आए हैं। किसान आंदोलन के समय किसानों को आतंकवादी, खालिस्तानी कहने के साथ जाट समाज को विधायक के बयान पर एतराज जताया। ग्रामीणों ने उनके विरुद्ध नारे लगाए। विरोध के चलते विधायक को गांव से लौटना पड़ा।
बता दें कि खतौली का यह गांव जाट बहुल है। यहां से भाकियू के जिलाध्यक्ष राजू अहलावत ने भाजपा का दामन थामा है। मामले पर राजू अहलावत का कहना है कि वह गांव में नहीं थे। पार्टी के प्रचार में दूसरे गांव में मौजूद थे। विरोध किया जाना गलत है। गांव में कुछ रालोद समर्थकों ने विरोध किया है।
छपरौली विधायक को दाहा गांव में काले झंडे दिखाए, निरपुड़ा में रोका
छपरौली विधायक व प्रत्याशी सहेन्द्र सिंह को दाहा में काले झंडे दिखाए गए। गांव निरपुड़ा में भी विरोध हुआ। पुलिस ने ग्रामीणों को शांत किया। गुरुवार की शाम पांच बजे छपरौली विधायक सहेन्द्र रमाला समर्थकों के साथ दाहा पहुंचे, तो यहां पर ग्रामीणों ने विधायक को काले झंडे दिखाए। ग्रामीणों ने विधायक के गांव में प्रचार करने का विरोध किया। इसके बाद विधायक डोर टू डोर संपर्क करने के लिए निरपुड़ा गांव में पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें गांव में नहीं घुसने दिया। गांव के बाहर ही उन्हें रोक लिया गया। सौ से अधिक ग्रामीण एकत्रित हो गए। सूचना पर गांव निरपुड़ा में सीओ बड़ौत हरीश भदौरिया, थाना दोघट व रमाला, बिनौली पुलिस के अलावा अद्र्ध सैनिक बल पहुंचे। इसके बाद ग्रामीणों को समझाया गया। विधायक गांव में डोर टू डोर संपर्क करने के लिए गए। इस विरोध का इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है। सीओ ने बताया कि गांव निरपुड़ा में भारी भीड़ होने की सूचना मिली थी। वहां पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाकर वापस घर भेज दिया गया था। वायरल वीडियो की जांच की जा रही है। उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।