काम की बात : मोबाइल एप से खोलिए FD और RD,समझिए पूरी प्रक्रिया को Meerut News
मोबाइल बैंकिंग से लेकर इंटरनेट बैंकिंग में हर तरह के भुगतान और फंड ट्रांसफर के साथ खरीदारी की सुविधा दी गई है। इसमें आप आरडी और एफडी भी खोल सकते हैं।
मेरठ, जेएनएन। कोविड-19 महामारी को देखते बहुत से लोग ऑनलाइन बैंकिंग की ओर मुड़े हैं। मोबाइल बैंकिंग से लेकर इंटरनेट बैंकिंग में हर तरह के भुगतान और फंड ट्रांसफर के साथ खरीदारी की सुविधा दी गई है। यहां तक कि आरडी (रिकरिंग डिपॉजिट) और एफडी (फिक्स डिपॉजिट) भी ऑनलाइन खोलने की सुविधा उपलब्ध है। बावजूद जानकारी के अभाव में बहुत से लोग इन कामों के लिए बैंक का का चक्कर काट रहे हैं। इसे देखते हुए बैंक ग्राहकों को एसएमएस भेजकर जागरूक भी कर रहे हैं।
ऑनलाइन बैंकिंग तेजी से बढ़ी
कोरोना की वजह पिछले चार महीने में ऑनलाइन बैंकिंग तेजी से बढ़ी है। बैंक में जाकर पैसे निकालने वाले ग्राहक भी नेट बैंकिंग और मोबाइल एप का इस्तेमाल करने लगे हैं। बैंक अधिकारियों की मानें तो शहर में 60 फीसद से अधिक ग्राहक नेट, मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं। ग्राहकों की सुविधा के लिए बैंक के मोबाइल एप भी लगातार अपडेट किए जा रहे हैं। लगभग सभी बैंकों ने अपने मोबाइल एप आरडी और एफडी खाता खोलने की सुविधा दी है। इसे ग्राहक जब चाहे खाता खोल सकते हैं। बगैर किसी पेनाल्टी के उस खाता को तोड़कर पैसा अपने बचत खाते में ट्रांसफर भी कर सकते हैं।
बैंक आपके मोबाइल में
स्टेट बैंक कैंट के मुख्य प्रबंधक हरीश वाधवा का कहना है कि इस समय बैंक एक तरह से मोबाइल में समा गया है। ऑनलाइन, मोबाइल एप आदि से जो बैंकिंग हो रही है, वह पूरी तरह से सुरक्षित है। बैंक कई तरह के सुरक्षा फीचर एप में जोड़ते हैं। एसबीआइ का योनो एप अपने आप में हर सुविधा दे रहा है। ग्राहक बगैर बैंक आए अपना सारा काम इससे कर सकते हैं।
ब्याज हो रहे कम
इस समय बैंकों की आरडी और एफडी पर ब्याज कम होता जा रहा है। फिर भी आरडी और एफडी का क्रेज कम नहीं है। म्युचुअल फंड और शेयर में गिरावट के चलते बहुत से लोग सुरक्षित निवेश के लिए बैंक की योजनाओं पर विश्वास कर रहे हैं। आरडी पर ज्यादातर बैंकों में 5.10 फीसद से 5.40 फीसद तक ही ब्याज मिल रहा है।