एक्सप्रेस-वे खुलेने पर भी पल्हैड़ा में एक महीने तक रहेगा वन-वे, जानिए क्या है कारण Meerut News
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के ऊपर से पल्हैड़ा गांव में डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर गुजरेगा। यानी मालगाड़ी एक्सप्रेस-वे के ऊपर से जाएगी। इसके लिए पल्हैड़ा में ओवरब्रिज बनाने के लिए एक्सप्रेस-वे के बीच व आसपास पिलर बना लिए गए हैं ।
मेरठ, जेएनएन। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के ऊपर से पल्हैड़ा गांव में डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर गुजरेगा। यानी मालगाड़ी एक्सप्रेस-वे के ऊपर से जाएगी। इसके लिए पल्हैड़ा में ओवरब्रिज बनाने के लिए एक्सप्रेस-वे के बीच व आसपास पिलर बना लिए गए हैं। लेकिन ओवरब्रिज के लिए गर्डर लांचिंग व अन्य कार्य की अनुमति अभी एनएचएआइ से नहीं मिल पा रही है। जबकि इस ओवरब्रिज का कार्य प्राथमिकता पर डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर इंडिया लिमिटेड इसलिए कर रही थी ताकि एक्सप्रेस-वे जब खुले तब ट्रैफिक बाधित न हो।
एक्सप्रेस-वे को मार्च के पहले सप्ताह में खोलने की तैयारी चल रही है। ऐसे में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है जबकि एक्सप्रेस-वे के ऊपर पल्हैड़ा गांव में ओवरब्रिज अभी बनाया जाना है। ओवरब्रिज को तैयार करने में लगेंगे करीब डेढ़ महीने। यदि अभी अनुमति मिल जाए तभी एक सप्ताह से ज्यादा समय लगेगा तैयारी में। ऐसे में जिस तरह से देरी एनएचएआइ की ओर से हो रही है उससे यही लगता है कि फरवरी अंत ही ओवरब्रिज बनाने का कार्य शुरू हो पाएगा। ऐसे में जब कार्य शुरू होगा तब एक्सप्रेस-वे के वाहनों को कुछ दूरी तक वनवे करना पड़ेगा। बीच में पिलर बनने से पहले एक तरफ का कार्य कर लिया जाएगा फिर दूसरी तरफ का कार्य होगा। जब दोनों तरफ का कार्य पूरा हो जाएगा तब ट्रैफिक को दोनों तरफ से छोड़ा जाएगा।
डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर कंपनी इंडिया लिमिटेड की ओर से एनएचएआइ को आवेदन किया गया है, लेकिन सुपरविजन शुल्क का मामला फंसा हुआ है। दरअसल, रेलवे व एनएचएआइ के बीच कुछ समय पहले समझौता हुआ था जिसके तहत सुपर विजन शुल्क कुछ शर्तों के तहत नहीं देना होता है। लेकिन इससे संबंधित फाइल दोनों मंत्रालय के स्तर पर जाती है, इसलिए इसमें देरी होती है। एक्सप्रेस-वे के परियोजना निदेशक मुदित गर्ग ने बताया कि अनुमति उच्च स्तर से मिलनी है। इंतजार किया जा रहा है। जैसे ही अनुमति मिल जाएगी ओवरब्रिज का शुरू कराया जाएगा।