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मेरठ में अगली कक्षा में प्रमोट होंगे सवा लाख बच्चे, नहीं होगी परीक्षा

वर्ष 2020-21 की कक्षा आठ तक की परीक्षाओं पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि अभी तक भी बेसिक शिक्षा परिषद और माध्यमिक शिक्षा परिषद ने परीक्षा के लिए कोई निर्देश नहीं भेजा हैं। बीते शैक्षिक सत्र 2019-20 में बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया था।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 09:26 AM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 09:26 AM (IST)
मेरठ में अगली कक्षा में प्रमोट होंगे सवा लाख बच्चे, नहीं होगी परीक्षा
मेरठ में एक लाख 25 हजार छात्रों का नहीं होगा एग्‍जाम।

मेरठ, जेएनएन। वर्ष 2020-21 की कक्षा आठ तक की परीक्षाओं पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि अभी तक भी बेसिक शिक्षा परिषद और माध्यमिक शिक्षा परिषद ने परीक्षा के लिए कोई निर्देश नहीं भेजा हैं। परीक्षा मार्च में ही होती हैं जिसकी स्कूलों को पहले से तैयारी करनी पड़ती है। बीते शैक्षिक सत्र 2019-20 में भी कोरोना महामारी के चलते बिना परीक्षा कराए ही कक्षा आठ तक के बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया था।

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होगा बेस लाइन टेस्ट

परिषदीय विद्यालयों में पिछले दिनों आए निर्देश के अनुसार स्कूल आने पर बच्चों का बेसलाइन टेस्ट लेने को कहा गया। ताकि उनके शिक्षण का स्तर पता चल सके। इसके बाद एक अप्रैल से नया सत्र शुरू होगा। बेस लाइन टेस्ट के माध्यम से ही बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। हालांकि पूरे साल लाकडाउन में बिना पढ़े कुछ ही बच्चे टेस्ट में पास होंगे। फिर सभी को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि आठवीं तक किसी बच्चे को फेल नहीं करना है।

स्कूल खुले पर पढ़ाई न हो सकी

10 फरवरी से कक्षा छह से आठवीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खुले। इसमें भी आधी-आधी क्लास सप्ताह में दो दिन बुलाई जा रही है। इस तरह हर छात्र सप्ताह में केवल एक दिन ही स्कूल पहुंच रहा है। ऐसे में महीने में बच्चों को केवल चार दिन स्कूल पहुंचने का मौका मिल रहा है। इतनी पढ़ाई में बच्चे पूरे साल के सिलेबस के साथ वार्षिक परीक्षा में भी ठीक से उत्तर नहीं लिख सकेंगे। बेसिक शिक्षा के अंतर्गत प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूलों में करीब एक लाख 25 हजार बच्चे हैं। वहीं माध्यमिक स्कूलों में भी करीब 80 हजार बच्चे कक्षा छह से आठवीं और 10-12 हजार बच्चे संलग्न प्राइमरी विद्यालयों में हैं। आंगनबाड़ी में बच्चों की संख्या काफी अच्छी है। शासन के निर्देश के बाद अभिभावकों ने भी तैयारी शुरू कर दी।

एक मार्च से खुलेंगे पांचवीं तक के स्कूल

बेसिक शिक्षा परिषद के बाद अब गुरुवार को माध्यमिक शिक्षा अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने यूपी बोर्ड के माध्यमिक स्कूलों के साथ संचालित प्राइमरी कक्षाओं में एक मार्च से पढ़ाई शुरू करने के निर्देश दिए हैं। एक मार्च से कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चे भी स्कूल पहुंचकर पढ़ाई कर सकेंगे। साथ ही एक कक्षा के आधे-आधे बच्चों को दो दिन में बुलाकर पढ़ाने का प्रावधान जारी रहेगा। अगले निर्देश आने तक सभी स्कूल उसी तरह सप्ताह में दो दिन एक क्लास को पढ़ाएंगे।


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