ओमिक्रोन : 'बी' से टेंशन में बागपत का स्वास्थ्य विभाग, जानें क्या है मामला
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर विदेशों से आने वाले लोगों को लेकर बागपत में स्वास्थ्य विभाग ने पैनी नजर बनाई हुई है। विभाग की सर्विलांस टीम सूची मिलते ही एक्टिव हो जाती है उसके बाद संबंधित व्यक्ति को काल करके जानकारी जुटाती है।
बागपत, जागरण संवाददाता। जिले के स्वास्थ्य विभाग के लिए 'बी' शब्द तनाव का कारण बन रहा है। इसका कारण विदेशों से आने वाले लोगों की छोटी सी गलती है। इससे विभाग के अफसरों का तनाव बढ़ जाता है।
यह है मामला
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर विदेशों से आने वाले लोगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने पैनी नजर बनाई हुई है। विभाग की सर्विलांस टीम सूची मिलते ही एक्टिव हो जाती है, उसके बाद संबंधित व्यक्ति को काल करके उनके स्थिति के बारे में जानकारी जुटाती है। सेहत में सुधार की जानकारी मिलती है तो राहत पहुंची है और थोड़ी भी दिक्कत बताते हैं तो ङ्क्षचता बढ़ जाती है। शुरूआत में सब कुछ ठीक लगा, लेकिन बागपत के स्वास्थ्य विभाग की चिंता दूसरे जनपदों के लोग बढ़ा रहे हैं। दरअसल 'बी' से शुरू होने वाले प्रदेश के जितने भी जनपद हैं, उनके विदेश से आने वाले लोगों गलती से उनके नाम भी विभाग को दे प्रदेश स्तर से दे दिए जाते हैं। दरअसल विदेश से आने पर उक्त लोगों को अनिवार्य रूप से अपना विवरण सम्बंधित पोर्टल पर भरना होता है। कई बार 'बी' से शुरू होने वाले अपने जिले की जगह वे बागपत पर क्लिक कर देते है, जिसके उनकी सूची भी यहां के स्वास्थ्य विभाग को दे दी जाती है। जिला स्तर पर इसे वैरिफाइ कराते है तो अन्य जनपद में रहने वाले होना बताते है। व्यक्ति दूसरे जनपद का होने के बाद विभाग के अफसर राहत महसूस करते है। सोमवार को बरेली और बलिया के व्यक्तियों की सूची विभाग को दी गई थी।
इन्होंने कहा
विदेशों से लौटकर आ रहे लोग गलती से बागपत जनपद भर रहे हैं, जिस कारण परेशानी होती है। ऐसे में विदेश से आने वाले लोगों को सही ढंग से अपने जिले का नाम भरना चाहिए।
डा. दिनेश कुमार, सीएमओ
दो जून की रोटी को कोरोना टीकाकरण से वंचित हो रहे मजदूर
बागपत, जागरण संवाददाता। मजदूर वर्ग सबसे ज्यादा टीकाकरण से दूर है। दो जून की रोटी को सुबह ही मजदूरी पर निकल रात के समय घर में पहुंचते हैं। यह ही वजह है कि बड़ी संख्या में मजदूर कोरोना टीकाकरण से वंचित हैं।
जिले में टीकाकरण बढ़ाने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग ने मजदूरों परिवार की खोजबीन शुरू कर दी है। ऐसे लोग जो दूसरे जिले में जाते या फिर फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं। टीकाकरण करने वाली टीम इन स्थानों पर पहुंच कर मजदूर वर्ग को फोकस करते हुए टीकाकरण कर रही है। वहीं जो लोग मजदूरी करके लौट आते हैं उनसे भी जानकारी ली जा रही है। व्यापारी वर्ग से भी अपील की जा रही है उनके यहां काम करने वाले सभी लोगों को टीकाकरण जरूर करवाए। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एसीएमओ डा. दीपा सिंह ने बताया कि मजदूर वर्ग पर ध्यान केंद्र करते हुए टीकाकरण किया जा रहा है। टीमें लगातार काम कर रही है। जहां भी लोग मिल रहे है उन्हें टीका लगाया जा रहा है। मजदूर वर्ग सबसे अधिक छूटा हुआ है, जिनको खोजकर प्रतिरक्षित करने का काम किया जा रहा है।