कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने दुविधा में डाला,यदि दिखे ये लक्षण तो हल्के में न लें
Omicron Strain News मेरठ में चिकित्सकों ने बताया है कि पीठ के पिछले हिस्से में दर्द मांसपेशियों में दर्द को हल्के में न लें। ओमिक्रोन पीड़ितों के नए लक्षणों के साथ मिल सकते हैं। इसके साथ ही मास्क बिल्कुल न हटाएं। वैक्सीन की दोनों डोज लेनी जरूरी हैं।
मेरठ, जागरण संवाददाता। देश में ओमिक्रोन संक्रमितों की संख्या दो सौ पार कर गई है। दिल्ली से गाजियाबाद तक मरीज मिल चुके हैं, वहीं जीनोम सीक्वेंसिंग का रिजल्ट देर से आने की वजह से कई संक्रमितों में वैरिएंट का पता नहीं चल पा रहा है। चिकित्सकों ने बताया है कि पीठ के पिछले हिस्से में दर्द, मांसपेशियों में दर्द को हल्के में न लें। ओमिक्रोन पीड़ितों के नए लक्षणों के साथ मिल सकते हैं।
ये लक्षण दिखें तो हो जाइए सतर्क
- बेहद थकान और आलस्य: सभी वायरल संक्रमणों में ये लक्षण संभव है, लेकिन ओमिक्रोन के मरीजों में इसे ज्यादा पाया गया। मासंपेशियों और पीठ में दर्द बड़ा लक्षण है।
- गले में चुभन: संक्रमितों के गले में चुभन ज्यादा होती है, वहीं डेल्टा पीडि़तों के गले में दर्द पाया जा रहा था।
- हल्का बुखार: डेल्टा में तेज बुखार मिला, वहीं ओमिक्रान के मरीजों में हल्का बुखार और बदन टूटने के लक्षण होते हैं।
- सांस नहीं फूलती: ओमिक्रोन संक्रमण में सबसे बेहतर बात यह है कि मरीज की सांस नहीं फूलती। वायरल अपर रेस्पिरेट्री ट्रैक्ट तक सिमटा रहता है।
- गंध और स्वाद बरकरार: डेल्टा वायरस में जहां गंध और स्वाद गायब हो रहा था, वहीं ओमिक्रोन में ऐसा नहीं मिल रहा।
इनका कहना है
दुनियाभर में ओमिक्रोन के ज्यादातर मरीज हल्के लक्षणों वाले हैं। मांसपेशियों और पीठ के पिछले हिस्से में तेज दर्द, थकान और गले में चुभन खास लक्षण हैं। ओपीडी में भी इन लक्षणों वाले मरीज आ रहे हैं, लेकिन जांच और जीनोम सीक्वेंसिंग के बाद ही स्थिति साफ होगी।
- डा. तनुराज सिरोही, सीनियर फिजीशियन
मास्क बिल्कुल न हटाएं। वैक्सीन की दोनों डोज जरूरी हैं। ओमिक्रोन बेशक हल्के लक्षणों वाला है, लेकिन शुगर और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता के मरीजों के लिए यह वैरिएंट भी घातक हो सकता है।
- डा. तरुण पाल, चिकित्सा अधीक्षक, कोविड वार्ड, मेडिकल कालेज