केंद्र पर गेहूं बेचने में किसानों को मिल रहीं ये सुविधाएं, जानिए अधिकारी ने क्या दी जानकारी Meerut News
सरकार इस बार किसानों को सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए कई सुविधाएं दे रही है। किसानों की परेशानियों को ज्यादा से ज्यादा हल करने का प्रयास किया गया है। यह कहना है संभागीय खाद्य नियंत्रक मृदुल चौधरी का।
मेरठ, जेएनएन। सरकार इस बार किसानों को सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए कई सुविधाएं दे रही है। किसानों की परेशानियों को ज्यादा से ज्यादा हल करने का प्रयास किया गया है। यह कहना है संभागीय खाद्य नियंत्रक मृदुल चौधरी का। मंगलवार को पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि 100 कुंतल तक गेहूं बेचने वाले किसान का सिर्फ पंजीकरण अनिवार्य होगा। उसके सत्यापन की जरूरत नहीं है। यदि किसी ने रबी की फसल के समय पंजीकरण कराया था तो उसका ही नवीनीकरण करा सकता है। मंडल में पिछले साल 1.51 लाख मीटिक टन गेहूं की खरीद की गई थी, इस साल 2.53 लाख मीटिक टन खरीदने का लक्ष्य है। कुल 239 केंद्र संचालित हैं, जिनमें से 220 पर खरीद शुरू हो गई है। जल्द ही कुल 276 केंद्र हो जाएंगे। अब तक 346 मीटिक टन गेहूं की खरीद हुई है।
दूसरा नहीं बेच पाएगा किसान के नाम पर गेहूं : इस बार गेहूं की बिक्री करने पर क्रय केंद्र पर संबंधित किसान या उसके नामित का अंगूठा लगवाया जाएगा। कुछ जिलों में पिछले वर्षों में यह शिकायत आई थी कि किसान के नाम पर गेहूं कोई ओर बेच कर चला जाता था। इसके समाधान के लिए प्वाइंट आफ परचेज (पीओपी) मशीन पर अंगूठा लगवाया जाएगा।
छह दिन में 455 कुंतल गेहूं की हुई खरीद
एक अप्रैल से जिले में गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है। मंगलवार तक छह किसानों से 455 कुंतल गेहूं की खरीद हुई। यह खरीद खरखौदा व आसिफाबाद के सरकारी क्रय केंद्र पर हुई है। रबी विपणन वर्ष 2021-22 के अंतर्गत गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति कुंतल है। जिले में खाद्य एवं रसद विभाग ने 40 क्रय केंद्र बनाए हैं।
15 जून तक रजिस्ट्रेशन और खरीद दोनों : जिला खाद्य विपणन अधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सरकारी गेहूं खरीद के लिए एक मार्च 2021 से वेबसाइट पर पंजीकरण शुरू हो गया था। जो 15 जून तक चलेगा। पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, खसरा संख्या, बैंक खाता नंबर और खतौनी की प्रतिलिपि जरूरी है। सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक सभी क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद की जाएगी। गेहूं का भुगतान सीधे किसानों के खाते में भेजा जाएगा।
ये हैं खास सुविधाएं
- 1975 रुपये में होगी खरीद, 100 कुंतल तक सत्यापन की जरूरत नहीं
- 100 कुंतल तक सत्यापन की जरूरत नहीं।
- रबी फसल के समय का पंजीकरण भी चलेगा। केंद्र पर पानी, तिरपाल, पाíकंग की व्यवस्था रहेगी।
- किसान अपनी जगह दूसरे को भी नामित कर सकता है।
- बंटाईदार भी किसान की तरफ से बेचने जा सकेगा।
- सैनिटाइजर, पल्स आक्सीमीटर की व्यवस्था रहेगी।
- तीन दिन में गेहूं मूल्य का भुगतान किया जाएगा।
- बोरे की समस्या क्रय केंद्र पर नहीं आएगी।