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लिंग परीक्षण कराने पर नर्सिंग होम संचालक को हिरासत में लिया

हजार कोशिशों के बावजूद लिंग परीक्षण कराये जाने के मामले काबू में नहीं आ पा रहे हैं। पीसीपीएनडीटी मेरठ और हरियाणा की टीम ने मेरठ में कार्रवाई की है।

By Ashu SinghEdited By: Published: Mon, 04 Mar 2019 01:16 PM (IST)Updated: Mon, 04 Mar 2019 01:16 PM (IST)
लिंग परीक्षण कराने पर नर्सिंग होम संचालक को हिरासत में लिया
लिंग परीक्षण कराने पर नर्सिंग होम संचालक को हिरासत में लिया
मेरठ,जेएनएन। मुखबिर की सूचना पर पीसीपीएनडीटी की मेरठ और हरियाणा टीम ने भ्रूण लिंग परीक्षण कराने के आरोप में एक नर्सिंग होम संचालक को हिरासत में ले लिया,जबकि दो डॉक्टरों की भूमिका संदिग्ध पाते हुए तहरीर दी गई है। वहीं, दलाल 21 हजार रुपये लेकर फरार हो गया।
हरियाणा की टीम के साथ कार्रवाई
सिटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पीसीपीएनडीटी मेरठ के नोडल अधिकारी डॉ. जीके मिश्र और हरियाणा के सोनीपत के नोडल अधिकारी डॉ.आदर्श शर्मा की टीम ने मय पुलिस रविवार को कार्रवाई की। सुबह आठ बजे मिथ्या ग्राहक को भेजा गया। वह मवाना रोड स्थित तलवार पेट्रोल पंप के समीप सतपाल नामक दलाल से मिली। 30,000 रुपये में परीक्षण कराना तय हुआ। ग्राहक से रुपये लेने के थोड़ी देर बाद सतपाल यह कहकर चला गया कि कुछ देर में 16 वर्षीय एक किशोर बाइक से आएगा। उसके साथ जाना है। जैसे ही किशोर आया ग्राहक उसके साथ चली गई। किशोर पहले एक अस्पताल पहुंचा,लेकिन यहां प्रबंधन ने लिंग परीक्षण करने से मना कर दिया। किशोर ने सतपाल को फिर फोन किया। उसके कहने पर किशोर ग्राहक को लेकर लिसाड़ी गेट स्थित शुभम हॉस्पिटल आया। यहां पर अल्ट्रासाउंड कराया गया।

पीछा कर रही थी टीम,किशोर था अंजान
पीछा करते हुए टीम शुभम हॉस्पिटल आ पहुंची और मौके से किशोर को पकड़ लिया। पूछताछ में मवाना रोड पर मीनाक्षीपुरम स्थित हरीशचंद्र मेमोरियल नर्सिंग होम के संचालक संजय चौहान का नाम सामने आया। टीम किशोर को साथ लेकर वहां पहुंची। यहां पर कार्रवाई के दौरान लोगों ने हंगामा भी किया।
शुभम नर्सिग होम को कारण बताओ नोटिस
शुभम नर्सिंग होम में अल्ट्रासाउंड तो हुआ,लेकिन भ्रूण का लिंग नहीं बताया गया। अधिकारियों के अनुसार उन्होंने पर्चा भरने में गलती की है। पर्चे में अधूरी जानकारी है। इसे देखते हुए शुभम नर्सिंग होम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
बिछाए जाल में फंसा संचालक
हरीशचंद्र मेमोरियल नर्सिंग होम संचालक संजय चौहान के पास से आठ हजार रुपये बरामद किए गए। ये वही रुपये थे जो मिथ्या ग्राहक ने दिए थे। पूछताछ में संजय ने बताया कि सतपाल ने नौ हजार रुपये दिए थे। इनमें एक हजार रुपये किशोर को दिए थे और शेष 21000 रुपये लेकर सतपाल फरार हो गया। पीसीपीएनडीटी टीम के सामने संचालक ने लिंग परीक्षण कराने के एवज में रुपये लेने की बात स्वीकार की। इस पर फौरन उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया।
डॉक्टरों की कॉल डिटेल खंगालेंगे
कोतवाली में दी गई तहरीर के अनुसार संजय चौहान और सतपाल ग्राहकों से पैसे लेकर लाइफ लाइन मेडिकल केयर सेंटर की डॉ. शहाना परवीन और शुभम हॉस्पिटल के डॉ. शलभ शर्मा से भ्रूण लिंग परीक्षण कराते हैं। डॉ. शबाना पर आरोप है कि वह बिना मशीन से देखे रेफरल स्लिप बना देती हैं। तहरीर में मुख्य अभियुक्त संजय चौहान और फ्रेंड्स मेडिकल स्टोर के सतपाल को बनाया गया है। दोनों डॉक्टरों के नाम भी तहरीर में शामिल हैं। इसके अलावा शुभम हॉस्पिटल के मालिक का नाम भी तहरीर में मौजूद है। कोतवाली प्रभारी डालचंद के अनुसार देर रात पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इन डॉक्टरों की कॉल डिटेल खंगाली जाएगी।
इनका कहना है
नर्सिंग होम संचालक संजय चौहान को गिरफ्तार कर लिया गया है। दलाल सतपाल फरार है। ये दोनों ग्राहकों को फंसाकर लिंग परीक्षण कराने के नाम पर ठगी करते हैं। ग्राहकों को लड़का होने की झूठी रिपोर्ट भी देते थे। दोनों के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो गई है। पर्चा अधूरा भरने पर शुभम नर्सिंग होम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। दो डॉक्टरों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है।
-डॉ.जीके मिश्र,नोडल अधिकारी पीसीपीएनडीटी मेरठ

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