CCSU की सख्ती से घटे प्राइवेट परीक्षार्थी, ऑनलाइन सिस्टम से कसी नकल
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने प्राइवेट के खेल पर नकेल कस दी है। ऑनलाइन परीक्षा फार्म भरवाने के कारण प्राइवेट परीक्षार्थियों की संख्या में भारी गिरावट आई है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 04:48 PM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 04:48 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। चौ. चरण सिंह विवि की ओर से प्राइवेट में चल रहे खेल पर नकेल कसने के प्रयास का असर परीक्षा में साफ दिखाई दे रहा है। सत्र 2017-18 की तुलना में सत्र 2018-19 में प्राइवेट परीक्षार्थियों की संख्या में काफी गिरावट देखने को मिल रही है। इस साल यूजी व पीजी के प्राइवेट परीक्षार्थियों में 37,529 परीक्षार्थी कम हो गए हैं। इनमें बीए में 22,924, बीकॉम में 3035, एमए में 8,591 और एमकॉम में 1,979 प्राइवेट परीक्षार्थी कम हुए हैं। इसी तरह अन्य कोर्सो में भी आवेदनों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। प्राइवेट पर नकेल कसने के लिए विवि द्वारा बनाया गया सिस्टम काफी हद तक खेल को रोकने में सफल रहा है।
काम आई विवि की सख्ती
प्राइवेट मे चल रहे खेल को रोकने के लिए लिए विवि ने इस साल प्राइवेट कालेजों में प्राइवेट छात्रों के रजिस्ट्रेशन कराने की बजाय ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया और फीस भी ऑनलाइन जमा कराकर छात्रों को आवेदन जमा कराने के लिए कालेज एलॉट कर दिया। इससे कालेजों को छात्रों से मोटी रकम वसूलने का मौका नहीं मिला। छात्रों ने भी बिना किसी परेशानी के विवि द्वारा आवंटित कालेज में ऑनलाइन आवेदन की प्रिंट प्रति जमा करा दिए। परीक्षा फार्म जमा करने के लिए अलग तिथि निर्धारित की गई थी। उसी दिन अधिकतर छात्रों ने एक साथ कालेजों में फार्म जमा कराया।
इस साल कम हैं 1,18,946 परीक्षार्थी
विवि की यूजी-पीजी की रेगुलर-प्राइवेट की परीक्षा 21 फरवरी को शुरू हो रही है। यह परीक्षा 18 अप्रैल तक चलेगी। परीक्षा के लिए कुल 222 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस साल की वार्षिक परीक्षा के लिए कुल 3,81,605 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। जबकि सत्र 2017-18 में परीक्षार्थियों की संख्या 5,11,624 थी। इसमें रेगुलर, प्राइवेट के साथ ही बैक आदि के परीक्षार्थी भी शामिल थे। इस साल बैक पेपर की परीक्षा पहले ही हो ने से वह परीक्षार्थी वार्षिक परीक्षा के आंकड़ों में शामिल नहीं है।
काम आई विवि की सख्ती
प्राइवेट मे चल रहे खेल को रोकने के लिए लिए विवि ने इस साल प्राइवेट कालेजों में प्राइवेट छात्रों के रजिस्ट्रेशन कराने की बजाय ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया और फीस भी ऑनलाइन जमा कराकर छात्रों को आवेदन जमा कराने के लिए कालेज एलॉट कर दिया। इससे कालेजों को छात्रों से मोटी रकम वसूलने का मौका नहीं मिला। छात्रों ने भी बिना किसी परेशानी के विवि द्वारा आवंटित कालेज में ऑनलाइन आवेदन की प्रिंट प्रति जमा करा दिए। परीक्षा फार्म जमा करने के लिए अलग तिथि निर्धारित की गई थी। उसी दिन अधिकतर छात्रों ने एक साथ कालेजों में फार्म जमा कराया।
इस साल कम हैं 1,18,946 परीक्षार्थी
विवि की यूजी-पीजी की रेगुलर-प्राइवेट की परीक्षा 21 फरवरी को शुरू हो रही है। यह परीक्षा 18 अप्रैल तक चलेगी। परीक्षा के लिए कुल 222 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस साल की वार्षिक परीक्षा के लिए कुल 3,81,605 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। जबकि सत्र 2017-18 में परीक्षार्थियों की संख्या 5,11,624 थी। इसमें रेगुलर, प्राइवेट के साथ ही बैक आदि के परीक्षार्थी भी शामिल थे। इस साल बैक पेपर की परीक्षा पहले ही हो ने से वह परीक्षार्थी वार्षिक परीक्षा के आंकड़ों में शामिल नहीं है।
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