Online Summer Camp: कोरोना महामारी ने बदला शिक्षा का स्वरूप, स्कूलों में अब ऐसा होगा समर कैंप
महामारी के आतंक के बीच बच्चों को कुछ नया सोचने कुछ नया कर अपने कौशल में नया आयाम जोड़ने का अवसर देने के लिए शहर के कुछ स्कूलों में इस साल भी आनलाइन समर कैंप करने की तैयारी की जा रही है।
मेरठ, जेएनएन। कोविड महामारी के दौर में स्कूली बच्चों की लगातार दूसरे साल गर्मी की छुट्टियां घर में ही बीतने वाली हैं। शुरुआत में आनलाइन पढ़ाई का रोमांच जरूर था, लेकिन लगातार आनलाइन पढ़ाई से भी बच्चे ऊब चुके हैं। महामारी के आतंक के बीच बच्चों को कुछ नया सोचने, कुछ नया कर अपने कौशल में नया आयाम जोड़ने का अवसर देने के लिए शहर के कुछ स्कूलों में इस साल भी आनलाइन समर कैंप करने की तैयारी की जा रही है। यह समर कैंप मई के अंतिम सप्ताह से जून के पहले पखवाड़े तक किए जाएंगे। बच्चों को घर में ही रहना है। इसलिए उनकी प्रतिभागिता भी अच्छी रहने की उम्मीद जताई जा रही है।
कोशिश होगी कुछ नया कराने की
स्कूलों के समर कैंप में आम तौर पर वही गतिविधियां कराई जाती हैं। पिछले साल से आनलाइन समर कैंप के आयोजन में स्कूलों की ओर से बच्चों के कलात्मक व रचनात्मक पहलुओं को निखारने के लिए नए अंदाज में समर कैंप की गतिविधियों को डिजाइन किया जा रहा है। कहीं, कौशल विकास तो कहीं आध्यात्मिक विकास पर जोर रहेगा। कुछ स्कूलों की ओर से योगाभ्यास और प्राणायाम के सेशन सभी बच्चों व अभिभावकों के लिए आयोजित किए जाएंगे, जिससे महामारी के दौर में बाह्य और आंतरिक मजबूती प्रदान की जा सके।
लगातार दूसरे साल आनलाइन समर कैंप कराने की तैयारी में स्कूल, बच्चों को शिक्षणोतर गतिविधियों में कराया जाएगा पारंगत
सेंट जोंस में दूसरा सीजन
स्कूल ने पिछले साल रांडेवू-सयीजन वन का आयोजन किया था। इस साल मई के अंतिम सप्ताह से दूसरे सीजन का आयोजन होगा। इसमें कक्षा नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूलों के बच्चे हिस्सा ले सकेंगे। इसमें कई तरह के क्रिएटिव व प्रोडक्टिव इवेंट्स होंगे जिनमें बच्चों को अपना कौशल दिखाने का अवसर मिलेगा। पिछले साल इस समर कैंप में विभिन्न शहरों के साथ ही आस्ट्रेलिया से भारतीय बच्चों ने भी हिस्सा लिया था और जीता भी था। प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट भी मिलेंगे।
यहां भी होंगे समर कैंप
बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल में मई के अंतिम सप्ताह से जून के प्रथम सप्ताह तक बच्चों व अभिभावकों को मानसिक शांति व शक्ति प्रदान करने वाले सेशन होंगे। इनमें वेबिनार, को-करिकुलर एक्टिविटी, योग व प्रणायाम कराया जाएगा। द मिलेनियम पब्लिक स्कूल की ओर से जीवन कौशल व व्यक्तित्व विकास पर आधारित कैंप लगेगा।
सोफिया से फिर निकलेगा एकता का संदेश
स्कूल की ओर से पिछले साल की ही तर्ज पर इस साल भी कुछ अलग तैयारी की जा रही है। पिछले साल स्कूल ने ओपन समर कैंप गतिविधियों का आयोजन किया था। समर कैंप की थीम, आइ प्लस यू बराबर वी, था। जिसका संदेश था, हम साथ मिलकर प्यार, शांतिन, एकता और खुशी से बदलाव कर सकते हैं। इसमें गतिविधियां भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की थी। इस बार लगभग इसी थीम पर नई गतिविधियां होंगी।
शांति निकेतन विद्यापीठ में 25 को शुरू होगा कैंप
स्कूल का समर कैंप 25 मई को शुरू होगा। इसमें कक्षा नर्सरी से कक्षा आठवीं तक के सभी स्कूलों के बच्चे व अभिभावक हिस्सा ले सकेंगे। 13 तरह की गतिविधियों में रोबोटिक्स या को¨डग, स्केचिंग व पेंटिंग, वैदिक गणित, कम्यूनिकेशन स्किल, म्यूजिक, फूल सज्जा, सलाद डेकोरेशन, बेस्ट आउट आफ वेस्ट, योगाभ्यास, डांस, रेडियो जाकी, कुकिंग आदि शामिल हैं। इसके अलावा डाक्टरों के परामर्श का भी सेशन होगा। सीनियर बच्चों के लिए करियर सेशन और बोर्ड परीक्षा के लिए विशेष आनलाइन सत्र आयोजित किए जाएंगे।
एमपीएस में कल्याणकारी सेशन
ग्रुप के सभी स्कूलों में मई में ही समर ब्रेक दिया गया है। इसलिए जून के दौरान बच्चों, शिक्षकों व अभिभावकों के लिए 10 दिवसीय काउंसिलिंग सेशन आयोजित किए जाएंगे। इसमें फिजिकल, मेंटल और स्पिरिचुअल यानी आध्यात्मिक कल्याण पर फोकस होगा। समर ब्रेक के दौरान भी बच्चों व शिक्षकों के बीच फालो-अप सेशन किए जा रहे हें जिसमें कुछ गतिविधियों को शामिल किया गया है जो आमतौर पर समर कैंप में होगी हैं।
खेलकूद गतिविधियां होंगी सीमित
समर कैंप में इस साल खेलकूद गतिविधियां नहीं या फिर बेहद सीमित ही रहेंगी। कुछ आनलाइल खेल प्रदर्शन की प्रतियोगिताएं हो सकती हैं, लेकिन टीम इवेंट या घर के बाहर खेले जाने वाले इवेंट्स गतिविधियों में शामिल नहीं किए जाएंगे। समर कैंप की गतिविधियों में बहुत अधिक छोटे बच्चों को शामिल नहीं किया जा रहा है। कुछ स्कूल छोटे बच्चों के लिए भी इवेंट्स कराने की योजना बना रहे हैं लेकिन उनमें अभिभावकों को भी पूरा सहयोग करना होगा।
ओपन आयोजन पर है जोर
समर कैंप कम ही स्कूल आयोजित करा रहे हैं इसलिए जो आयोजित करा रहे हें वह अपने स्कूल के बच्चों के साथ ही शहर के अन्य स्कूलों के बच्चों के लिए भी प्रतिभागिता को ओपन रख रहे हैं। आनलाइन आयोजन में बच्चों की संख्या सीमित रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी और विभिन्न स्कूलों के बच्चों में प्रतिस्पर्धा भी अच्छी रहेगी।