अब कोविड कंट्रोल सेंटर पर सरकार का फोकस
कोविड अस्पतालों में इलाज में लापरवाही की शिकायतों को खत्म करने के लिए शासन ने जनपद से सभी कोविड अस्पतालों पर एक स्थान से ही नजर रखने की व्यवस्था तैयार की है।
जेएनएन, मेरठ। कोविड अस्पतालों में इलाज में लापरवाही की शिकायतों को खत्म करने के लिए शासन ने जनपद से सभी कोविड अस्पतालों पर एक स्थान से ही नजर रखने की व्यवस्था तैयार की है। एनआइसी में कोविड कंट्रोल सेंटर स्थापित कर चारों कोविड अस्पतालों के कैमरों को उससे ऑनलाइन जोड़ा गया है। प्रत्येक अस्पताल पर 24 घंटे निगरानी के साथ-साथ वहां भर्ती मरीजों से सुबह शाम फोन पर बात भी की जाएगी। शासन अब इन कंट्रोल सेंटर को लेकर लेकर गंभीर है। मंगलवार को कमिश्नर ने कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण कर खामियों पर नाराजगी जताई थी। बुधवार को यहां तमाम सुधार किए गए। बुधवार को ही जनपद के कोरोना नोडल अफसर और आबकारी आयुक्त पी. गुरुप्रसाद भी दो दिन के दौरे पर मेरठ पहुंच गए। उन्होंने गुरुवार को कोविड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण करने की घोषणा की है।
नोडल अफसरों के लिए शासन ने अब रोजाना आवंटित जनपद के डीएम, सीडीओ, सीएमओ और नगर आयुक्त आदि से फोन पर बात कर समीक्षा करने तथा महीने के अंतिम सप्ताह में दो दिन आवंटित जनपद का दौरा करने की व्यवस्था की है। शासन के आदेशानुसार मेरठ के कोरोना नोडल अधिकारी पी. गुरुप्रसाद बुधवार को मेरठ पहुंच गए। पहले दिन उन्होंने सुभारती विवि के कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया। रात में सर्किट हाउस में अफसरों के साथ समीक्षा बैठक कर दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अफसरों को बताया कि अब जनपद के सभी कोविड अस्पतालों पर कोरोना कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से निगरानी की जानी है। एनआइसी में स्थापित किए गए कंट्रोल सेंटर का उन्होंने गुरुवार को निरीक्षण की घोषणा की है। कमिश्नर ने दी दो दिन की मोहलत
मंगलवार को कमिश्नर अनीता सी. मेश्राम ने एनआइसी में स्थापित कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के बाद उन्होंने डीएम और सीएमओ को पत्र जारी कर वहां मिली खामियां गिनाईं। अस्पतालों के सीसीटीवी कैमरे की लाइव फीड का टेलीकास्ट कंट्रोल रूम में नहीं हो रहा था। वहां तैनात कर्मचारियों का कार्य विभाजन और ड्यूटी चार्ज भी उपलब्ध नहीं था। रजिस्टर भी अपूर्ण थे। सीएमओ कार्यालय में कोविड कंट्रोल रूम संचालित होने का दावा भी कमिश्नर के निरीक्षण में असंतोषजनक मिला। वहां होम आइसोलेट तथा होम क्वारंटीन लोगों तथा अस्पतालों का विवरण भी नहीं मिला। उन्होंने दो दिन में कंट्रोल सेंटर की व्यवस्था को सुधारने का निर्देश दिया है। दिनभर की कवायद, दिखाई
देने लगे अस्पतालों के वार्ड
कमिश्नर के निरीक्षण के बाद बुधवार को दिनभर कंट्रोल सेंटर की व्यवस्था को सुधारने का काम किया गया। यहां जोड़े गए चारों अस्पतालों में स्थापित सीसीटीवी कैमरों की लाइव फीड कंप्यूटर और मोबाइल में दिखाई देने लगी। सभी रजिस्टर के साथ-साथ ड्यूटी भी दुरुस्त हो गई। यहां तैनात कर्मचारियों ने प्रत्येक अस्पताल में भर्ती दस-दस मरीजों से सुबह और शाम बात करके फीडबैक भी ली। कंट्रोल रूम प्रभारी एडीएम वित्त सुभाषचंद्र प्रजापति ने बताया कि कंट्रोल सेंटर को शासन के दिशा निर्देशों के मुताबिक संचालित किया जा रहा है।